भाजपा नेताओं पर उत्तर प्रदेश शासन हुआ मेहरबान, हटेंगे राजनीतिक मुकदमे
शासन ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है, प्रशासन ने सूबे के कैबिनेट मंत्री पर दर्ज मुकदमे नहीं हटाने की संस्तुति की थी, शासन ने मुकदमे हटाने की अनुमति दे दी।
वाराणसी, जेएनएन । भाजपा संग सहयोगी दल नेताओं पर राजनीतिक समेत अन्य मामलों में दर्ज मुकदमों को हटाने को लेकर शासन मेहरबान हो गई है। योगी सरकार बनने के बाद शासन ने केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल, सुभासपा के प्रमुख और सरकार में सहयोगी दल के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर, पूर्व महापौर, प्रदेश और जिले स्तर के कई नेताओं पर दर्ज मुकदमे हटाने को लेकर शासन ने जिला प्रशासन से आख्या मांगी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है, प्रशासन ने सूबे के कैबिनेट मंत्री पर दर्ज मुकदमे नहीं हटाने की संस्तुति की थी, शासन ने मुकदमे हटाने की अनुमति दे दी।
विजय वर्मा की हत्या के विरोध में कलेक्ट्रेट में किया था हंगामा : रमापुरा वार्ड के पार्षद विजय वर्मा की हत्या के विरोध में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश त्रिवेदी ने कई नेताओं संग 12 जून 2009 को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने के साथ कलेक्ट्रेट में हंगामा किया था। कैंट पुलिस ने राकेश त्रिवेदी, राकेश सिंह 'अलगू', बलदेव सिंह, अशोक मौर्या, सुजीत सिंह 'टीका', विद्या सागर राय आदि के खिलाफ सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।
इन नेताओं की मांगी आख्या: विधायक रविंद्र जायसवाल, पूर्व महापौर राम गोपाल मोहले, भाजपा के प्रदेश मंत्री शंकर गिरी और संजय राय, काशी क्षेत्र के उपाध्यक्ष राम प्रकाश दुबे, पूर्व पार्षद अमरनाथ गुप्ता, अमरदेव यादव।
जिला मुख्यालय पर किया था प्रदर्शन : सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव और कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के प्रतिनिधि शशि प्रताप सिंह पर तीन जनवरी 2011 में जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने को लेकर कैंट थाने में मुकदमा दर्ज है। कई दिनों बाद जेल से जमानत पर छूटे।