गाजीपुर में फर्जी शिक्षक के भ्रम में भाई को उठा ले गई पुलिस, पहचान होेने पर सुबह छोड़ा

फर्जी शिक्षक को गिरफ्तार करने गई गहमर पुलिस उसके घर से छापेमारी के दौरान भ्रम में उसके छोटे भाई को उठा लाई। सुबह पहचान होने पर छोटे भाई को छोड़ दिया गया लेकिन इसको लेकर पुलिस की खूब किरकिरी हुई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 10:10 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 10:10 PM (IST)
गाजीपुर में फर्जी शिक्षक के भ्रम में भाई को उठा ले गई पुलिस, पहचान होेने पर सुबह छोड़ा
फर्जी शिक्षक को गिरफ्तार करने गई पुलिस उसके घर से छापेमारी के दौरान भ्रम में छोटे भाई को उठा लाई।

गाजीपुर, जेएनएन। फर्जी शिक्षक को गिरफ्तार करने गई गहमर पुलिस उसके घर से छापेमारी के दौरान भ्रम में उसके छोटे भाई को उठा लाई। सुबह पहचान होने पर छोटे भाई को छोड़ दिया गया, लेकिन इसको लेकर पुलिस की खूब किरकिरी हुई।

भदौरा ब्लाक के कन्या प्राथमिक विद्यालय सेवराई पर लगभग चार वर्षों से फर्जी कागजातों के सहारे शिक्षक बनकर सौरभ अवस्थी पुत्र लालबहादुर अवस्थी निवासी ग्राम अम्हारी थाना दुल्लहपुर का निवासी युवक नौकरी करता था। दस्तावेजों के जांच व मिलान में सौरभ अवस्थी के शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी निकले। इसके बाद तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी सुदामा राम द्वारा एक अप्रैल 2020 को गहमर थाना में तहरीर देकर उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई। इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया। फर्जी शिक्षक को गिरफ्तार करने के लिए गहमर पुलिस रविवार की रात शिक्षक के गांव अम्हारीपुरप पहुंची। उसे लेकर पुलिस सोमवार को पहचान कराने ब्लाक संसाधन केंद्र भदौरा पहुंची तो पता चला कि हिरासत में लिया गया फर्जी शिक्षक नहीं बल्कि उसका भाई आलोक अवस्थी है। बीआरसी पर उपस्थित उक्त विद्यालय के प्रधानाध्यापक सच्चिदानंद उपाध्याय ने हिरासत में लिए गए व्यक्ति को पहचानने से इंकार कर दिया। तब जाकर गिरफ्तार युवक ने बताया कि मैं सौरभ अवस्थी का छोटा भाई हूं। गहमर थाना के पुलिस निरीक्षक हरिनारायण शुक्ला ने बताया कि रविवार की रात्रि दबिश देने के बाद जब पूछा गया कि सौरभ कहां है? तो उक्त व्यक्ति अपने आपको सौरभ बताया, लेकिन पहचान करने पर हिरासत में लिया गया व्यक्ति फर्जी शिक्षक सौरभ अवस्थी का भाई आलोक अवस्थी निकला। पूछताछ करने पर पता चला कि सौरभ फिलहाल मुंबई में रह रहा है।

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