गाजीपुर में पुलिस की पिटाई से युवक की मौत के अफवाह के बाद फोड़ा थानाध्‍यक्ष का सिर

थानाध्यक्ष विरेंद्र कुमार का सिर फट गया वहीं सिपाही भी चोटिल हो गए। बवाल बढ़ता देखकर पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह सहित भारी संख्या में फोर्स मरदह थाने पहुंच गई। इसी बीच एएसपी ग्रामीण आरडी चौरसिया ने मां से जब युवक की बताई तो ग्रामीण शांत हो गए।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 12:38 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 12:38 PM (IST)
गाजीपुर में पुलिस की पिटाई से युवक की मौत के अफवाह के बाद फोड़ा थानाध्‍यक्ष का सिर
एएसपी ग्रामीण आरडी चौरसिया ने मां से जब युवक की बताई तो ग्रामीण शांत हो गए।

गाजीपुर, जागरण संवाददाता। मरदह कस्बा निवासी युवक बंटी राजभर की पुलिस की पिटाई से मौत के अफवाह पर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया। सैकड़ों की संख्या में थाने पहुंचकर ताबड़तोड़ पत्थरबाजी शुरू कर दिए। इसमें थानाध्यक्ष विरेंद्र कुमार का सिर फट गया, वहीं सिपाही भी चोटिल हो गए। बवाल बढ़ता देखकर पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह सहित भारी संख्या में फोर्स मरदह थाने पहुंच गई। इसी बीच एएसपी ग्रामीण आरडी चौरसिया ने मां से जब युवक की बताई तो ग्रामीण शांत हो गए और भीड़ भी थाने से हट गई।

मरदह कस्बा में गुरुवार की रामलीला के दौरान किसी बात को लेकर मारपीट हो गई थी। अगले दिन शुक्रवार को रामलीला स्थल पर कमेटी के अध्यक्ष व भाजपा के जिला पंचायत सदस्य शशिप्रकाश सिंह पहुंचे। इन्हें देखते ही आक्रोशित कुछ लड़कों ने मारपीट कर घायल कर। इसमें शशिप्रकाश सिंह का सिर फट गया। घटना के बाद सीओ कासिमाबाद विजय आनंद शाही एवं एसडीएम कासिमाबाद मौके पर पहुंचे। इसको लेकर शशिप्रकाश ने सात नामजद सहित कुछ अज्ञात के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया। इस पर पुलिस कुछ लोगों को पूछताछ के लिए उठाया था। इसी बीच शनिवार की सुबह मरदह गांव में किसी ने अफवाह फैला दिया कि पुलिस की पिटाई से बंटी राजभर की मौत हो गई है। इसके बाद ग्रामीणों में हड़कंप मच गया और आननफानन लोगों ने आपस में मंत्रणा शुरू कर दी। 

इस पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और सैकड़ों की संख्या में लामबंद होकर थाने धमक पड़े। पुलिस अभी समझती तबतक भीड़ ने पत्थर बरसाना शुरू कर दिया। इसमें थानाध्यक्ष विरेंद्र कुमार को सिर फट गया। इसी बीच पुलिस बंटी को लेकर जिला अस्पताल चली गई। कुछ देर बाद एएसपी ग्रामीण आरडी चौरसिया ने मां से युवक की बात कराई तो मामला शांत हुआ और सभी लोग अपने-अपने घर चली गई। हालांकि, सुरक्षा के तहत थाने में अभी भी पुलिस बल तैनात है। 

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