आजमगढ़ में आरोपित को पकड़ने में नाकाम पुलिस ले आई बहन को, 21 अप्रैल को है उसकी शादी

जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के छपरा सुलतानपुर गांव में रविवार को हुए बवाल के बाद सोमवार को पुलिस ने अपनी पारी शुरू कर दी। पुलिस की कार्रवाई से पूरा गांव इस कदर दहशत में है कि गांव से लेकर बाजार तक मंगलवार को भी सन्नाटा पसरा रहा।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 07:05 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 07:05 AM (IST)
आजमगढ़ में आरोपित को पकड़ने में नाकाम पुलिस ले आई बहन को, 21 अप्रैल को है उसकी शादी
रविवार को हुए बवाल के बाद सोमवार को पुलिस ने अपनी पारी शुरू कर दी।

आजमगढ़, जेएनएन। जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के छपरा सुलतानपुर गांव में रविवार को हुए बवाल के बाद सोमवार को पुलिस ने अपनी पारी शुरू कर दी। पुलिस की कार्रवाई से पूरा गांव इस कदर दहशत में है कि गांव से लेकर बाजार तक मंगलवार को भी सन्नाटा पसरा रहा। 

 दूसरी ओर गांव के चंचल सिंह पुत्र दीनानाथ सिंह को ग्रामीणों को उकसाने, नारेबाजी करने व पुलिस के ऊपर हमला करने का आरोपी बनाया है और उसके न मिलने पर उसकी बहन को जेल भेज दिया। चंचल ङ्क्षसह की बड़ी बहन कंचन सिंह की शादी 21 अप्रैल को तय है। शादी के लिए जेवर, कपड़े, बर्तन, टीवी, फ्रिज, कूलर, मोटरसाइकिल आदि की व्यवस्था हो चुकी थी जिसे पुलिस ने रविवार की देर शाम तहस-नहस कर दिया। घर पर मिलीं कंचन को गिरफ्तार कर लिया।

पीडि़त परिवार पुलिस के सामने काफी रोया-गिड़गिड़ाया पर पुलिस को रहम नहीं आई, बल्कि घर पर मौजूद दो बहनों और उसकी मां को पकड़कर थाने लाई और उन पर भी मुकदमा दर्ज कर दिया। सोमवार को आरोपी चंचल सिंह की दो अन्य शादीशुदा बहनें रोते-बिलखते कोतवाली पहुंचीं। कोतवाल के सामने काफी रोई, गिड़गिड़ाई और गुहार लगाईं कि साहब हम बहुत गरीब परिवार के हैं। मेरे पिता बचपन में गुजर गए। मां ने मेहनत-मजदूरी करके किसी किसी तरह से पाला-पोसा और बड़ा किया। भाई को जो करना है वह करिए, पर मेरे बहन को बलि का बकरा न बनाइए। मेरी बहन घर पर थी और आप लोग उसे ले आए हैं। साहब मेरी मां और बहन निर्दोष हैं, इन्हें छोड़ दिया जाए, भाई को जो सजा देनी हो दीजिए। मेरी बहन की शादी होनी है, उसे मुजरिम न बनाइए, बाकी चाहे जो हो कीजिए लेकिन पुलिस कुछ सुनने के लिए तैयार नहीं थी। उधर पुलिस की इस कार्रवाई से ग्रामीणों में काफी नाराजगी व्याप्त है। 

chat bot
आपका साथी