जांच में खुली पोल :आश्रय गृह में 100 दीवान की जगह लगा दिया बेड, कार्यदायी संस्था ने क्रय समिति की अनुमति बिना करा लिया टेंडर

दीन दयाल अंत्योदय योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के घटक शहरी बेघरों के लिए मंडलीय चिकित्सालय में आश्रय गृह का निर्माण कराया गया है लेकिन जांच में गोलमाल पाया गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 22 Nov 2019 07:50 AM (IST) Updated:Fri, 22 Nov 2019 07:50 AM (IST)
जांच में खुली पोल :आश्रय गृह में 100 दीवान की जगह लगा दिया बेड, कार्यदायी संस्था ने क्रय समिति की अनुमति बिना करा लिया टेंडर
जांच में खुली पोल :आश्रय गृह में 100 दीवान की जगह लगा दिया बेड, कार्यदायी संस्था ने क्रय समिति की अनुमति बिना करा लिया टेंडर

आजमगढ़, जेएनएन। दीन दयाल अंत्योदय योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के घटक शहरी बेघरों के लिए मंडलीय चिकित्सालय में आश्रय गृह का निर्माण कराया गया है लेकिन जांच में गोलमाल पाया गया है। आख्या के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर एडीएम प्रशासन ने कार्यदायी संस्था सी एंड डीएस जल निगम के परियोजना प्रबंधक को अविलंब समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

परियोजना अधिकारी डूडा अरविंद कुमार पांडेय ने बताया कि निराश्रित लोगों के लिए लगभग दो करोड़ की लागत से आश्रय गृह का निर्माण कराने के साथ ही उसमें सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करनी थी। योजना के अंतर्गत आश्रय गृह के उपयोग में लाई जाने वाली सामग्रियों और उपकरणों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए समिति गठित की गई थी। जबकि कार्यदायी संस्था द्वारा बिना समिति की उपस्थिति में सामान क्रय किए गए। क्रय सामग्री के सापेक्ष 33.52 लाख रुपये के तीसरी किश्त की मांग की जाने लगी। डीएम ने संज्ञान में लेते हुए एडीए प्रशासन के नेतृत्व में जांच टीम गठित की। इसमें पीओ डूडा, ईओ नगर पालिका, डूडा के सिटी मिशन मैनेजर व कार्यदायी संस्था के अधिशासी अधिकारी शामिल थे। जांच में पाया गया कि डीपीआर के अनुसार निराश्रितों के लिए 100 दीवान की व्यवस्था करनी थी जिसमें वे अपने सामान आदि रख सके लेकिन मौके पर सामान्य बेड पाया गया। किचेन में भी अभी तक व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की जा सकी है।

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