वाराणसी के सिगरा, रवींद्रपुरी, पांडेयपुर पंचकोशी रोड, शिवपुर में पीएनजी सर्विज जल्द, डाली गई 70 किमी पाइम लाइन
कोरोना की स्थिति लगभग सामान्य हो गई है तो कंपनी का लक्ष्य सिगरा रवींद्रपुरी लंका पांडेयपुर पंचकोशी रोड शिवपुर क्षेत्र में जल्द ही पीएनजी की आपूर्ति शुरू करना है। फिलहाल 75 के सापेक्ष 70 किलोमीटर स्टील पाइपलाइन पड़ गई है।
वाराणसी, मुकेश चंद्र श्रीवास्तव। एलपीजी एवं डीजल-पेट्रोल के लगातार बढ़ते भाव के कारण लोगों का रूझान अब पीएनसी व सीएनजी की ओर बढ़ रहा है। बावजूद इसके जिन क्षेत्रों में पीएनजी की अधिक जरूरत हैं वहां पर आपूर्ति कराने में गेल इंडिया लिमिटेड असफल साबित हो रहा है। सबसे पहले बीएचयू कैंपस में पीएनजी की लाइन लोगों के किचन तक पहुंचा दी गई, लेकिन वहां पर इतने प्रबुद्ध जन होने के बाद भी रजिस्ट्रेशन पूरा नहीं हो पाया है।
जहां रजिस्ट्रेशन हो गया है वहां लाइन ही नहीं पहुंची है। यही कारण है कि अभी तक महज 5500 किचन में ही पीएनजी से खाना पक रहा है, जबकि रजिस्ट्रेशन 50 हजार लोगों ने कराया है। खैर कोरोना की स्थिति लगभग सामान्य हो गई है तो कंपनी का लक्ष्य सिगरा, रवींद्रपुरी, लंका, पांडेयपुर पंचकोशी रोड, शिवपुर क्षेत्र में जल्द ही पीएनजी की आपूर्ति शुरू करना है। फिलहाल 75 के सापेक्ष 70 किलोमीटर स्टील पाइपलाइन पड़ गई है। लक्ष्य एवं अब तक हुए कार्यों को लेकर की एक रिपोर्ट।
इन क्षेत्रों में पीएनजी आपूर्ति के लिए डाली गई है लाइन
डीएलडब्ल्यू, चितईपुर, सुंदरपुर, कंचनपुर, बीएचयू, नेवादा, गणेश धाम कालोनी, केशव कुंज अपार्टमेंट, न्यू कालोनी ककरमत्ता, भिखारीपुर। गेल इंडिया लिमिटेड के उप महाप्रबंधक गौरी शंकर मिश्र अभी तक 5500 लोगों के यहां पीएनजी की आपूर्ति चल रही है। अप्रैल माह तक सिगरा, संत अतुलानंद स्कूल, भेलूपुर क्षेत्र में आपूर्ति शुरू करनी थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है। दावा किया तीन-चार माह में यह कार्य पूरा हो जाएगा। वहीं लहरतारा से राजघाट तक भी पाइपलाइन डाल दी गई है। इसकी टेस्टिंग, सफाई व अन्य कार्य बाकी है।
पीएनजी एक नजर में
2018 में ऊर्जा गंगा योजना के तहत गेल ने शुरू किया कार्य
75 किमी तक पांच साल में डालनी है स्टील पाइपलाइन
70 किमी तक अभी तक डाली गई है स्टील पाइपलाइन
750 किमी तक पांच साल में डालनी है प्लास्टि पाइपलाइन
450 किमी से भी कम अभी तक पड़ी है प्लास्टिक पाइपलाइन
5500 लोगों के घर किचन में पीएनजी से पक रहा है खाना
50 हजार लोगों ने कराया है पीएनजी के लिए रजिस्ट्रेशन
सीएनजी एक नजर में
11 सीएनजी स्टेशन है फिलहाल शहर में
01 लाख किग्रा क्षमता है प्रतिदिन सीएनजी स्टेशनों का
25 हजार किग्रा ही सीएनजी खपत हो रही प्रतिदिन
3000 ऑटो चल रहे हैं सीएनजी से
500 कारें चल रही हैं सीएनजी से
यह है सीएनजी का लाभ
गेल इंडिया लिमिटेड के उप महाप्रबंधक सुरेश तिवारी ने बताया कि सीएनजी द्वारा ऑटो में 40 फीसद से अधिक की बचत तथा प्राइवेट व टैक्सी, पेट्रोल कारों की तुलना में 2 रुपये प्रति किलोमीटर से अधिक की बचत होती है। बताया कि ईंधन की अपेक्षा पर्यावरण संरक्षण के प्रति सीएनजी काफी सुरक्षित व कम खर्च वाला है। कारण कि सीएनजी के द्वारा चलने वाले वाहनों के रखरखाव में कम खर्च होता है।
यहां सीएनजी स्टेशन खोलने की योजना
- पिंडरा, राजातालाब, रामनगर, खजूरी, मिर्जामुराद।