Six Lane Road Between Varanasi -Prayagraj : काशी से संगमनगरी तक अब नहीं लगेगा जाम, वाहनों की बढ़ेगी रफ्तार

PM Modi in Varanasi मिर्जामुराद के खजूरी में सोमवार की दोपहर (एनएच 19) का पीएम नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया तो काशी से संगम नगरी के बीच की दूरी भी अब घट गई। हंडिया-प्रयागराज-राजातालाब होते हुए यह मार्ग अब लोगों को जाम के झाम से मुक्‍त करेगा।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 02:52 PM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 04:50 PM (IST)
Six Lane Road Between Varanasi -Prayagraj : काशी से संगमनगरी तक अब नहीं लगेगा जाम, वाहनों की बढ़ेगी रफ्तार
नेशनल हाइवे दो का सिक्सलेन लोकार्पण के बाद अब नेशनल हाइवे 19 के नाम से इसे जाना जाएगा।

वाराणसी, जेएनएन। मिर्जामुराद के खजूरी में सोमवार की दोपहर (एनएच 19) का पीएम नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया तो काशी से संगम नगरी केेबीच की दूरी भी अब घट गई है। हंडिया-प्रयागराज-राजातालाब होते हुए यह मार्ग अब लोगों को जाम के झाम से मुक्‍त करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले खजुरी गांव में जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इसके साथ ही एनएचएआइ के 73 किलोमीटर सिक्‍स लेन चौड़ीकरण सड़क का लोकार्पण किया। वाराणसी के राजातालाब से प्रयागराज हंडिया तक बने हाइवे के 72.64 किमी लंबे सिक्सलेन सड़क का लोकार्पण होने के साथ ही काशी और प्रयागराज की दूरी कम हो गई।

इस सिक्सलेन हाइवे पर तीन फ्लाईओवर, 22 अंडरपास, 36 बस स्टैंड, दो फुट ओवरब्रिज, चार ट्रक वे, एक टोल प्लाजा समेत अन्य जरूरी कार्य हुए हैंं। इस कार्य में कुल  2447 करोड़ रुपए खर्च हुए हैंं। सिक्स लेन का यह कार्य पांच दिसंबर 2017 से प्रारंभ हुआ था। नेशनल हाइवे दो का सिक्सलेन लोकार्पण के बाद अब नेशनल हाइवे 19 के नाम से इसे जाना जाएगा। हाइवे पर एनएच 19 के नए सांकेतिक बोर्ड भी विभाग ने पहले ही लगा दिए थे। इस हाइवे के कारण दिल्ली कोलकाता कारिडोर से यात्रा सुगम होगी। पर्यटकों का आवागमन भी काफी सुगम होगा। समय तथा ईंधन की बचत होने के साथ प्रदूषण में कमी आएगी। स्थानीय-बाजार कस्बों को जाम के झाम से मुक्ति मिलेगी। वहीं दूसरी ओर मां विंध्यवासिनी दरबार मीरजापुर, सीतामढ़ी मंदिर भदोही, कुंभ माघ मेला में जाने वाले श्रद्धालुओं का आवागमन और भी सुलभ होगा

पूर्वांचल का पहला एलीवेटर पुल

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने वराणसी से प्रयागराज तक कुल पांच पुल बनवाया है इसमें तीन प्रयागराज, एक भदोही के गोपीगंज और एक वाराणसी में है। यह पूर्वांचल का पहला एलीवेटर सेतु भी है। वहीं हंडिया में बना पुल लगभग ढाई किलोमीटर तक लंबा है, जो एक रिकार्ड है। इससे रूट पर ट्रैफिक जाम तो कम होगा ही साथ ही गाडिय़ों की रफ्तार भी बढ़ जाएगी।

सिक्‍स लेन सड़क की विशेषता 

- तीन घंटे में संगम नगरी से काशी तक का सफर

- तीन उच्च परिगामी सेतु प्रयागराज में

- कुल तीस महीने में तैयार संगमनगरी के पुल

- 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलेंगी गाडिय़ां

- 01-01 उच्च परिगामी सेतु भदोही और वाराणसी में

- 41 पिलर वाले भीटी के पुल पर दौड़ेंगे वाहन

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