वाराणसी में विश्वकर्मा जयंती और पीएम मोदी के जन्मतिथि पर बीएचयू में पौधरोपण

परियोजना अधिकारी डा. भूपेन्द्र प्रताप सिंह ने किया। इस अवसर पर उन्होंने सम्बोधन में कहा कि जिस प्रकार आदि शिल्‍पी विश्‍वकर्मा ने प्रारम्भिक शिल्‍प की स्थापना की ठीक उसी प्रकार प्रधानमन्त्री आधुनिक भारत के शिल्पकार के रूप में पूरे देश्‍ में आधारभूत ढांचा का निर्माण कर रहे हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 06:32 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 06:32 PM (IST)
वाराणसी में विश्वकर्मा जयंती और पीएम मोदी के जन्मतिथि पर बीएचयू में पौधरोपण
विश्वकर्मा जयन्ती एवं प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर पौधरोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के समन्वित ग्रामीण विकास केंद्र की ओर से शुक्रवार को विश्वकर्मा जयन्ती एवं प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर पौधरोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर केन्द्र के निदेशक एवं सामाजिक विज्ञान संकाय के अघ्यक्ष प्रो. कौषल किषोर मिश्र ने वृक्षारोपण के उपरान्त कार्यक्रम की अध्यक्षतता करते हुए कहा कि आज विश्वकर्मा जयन्ती व प्रधानमन्त्री के जन्म दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण कर केन्द्र ग्रामीण समाज को बेहतर सेवा देने का संकल्प लेता है।

जिस प्रकार भारत के वर्तमान प्रधानमन्त्री ग्रामीण भारत को विश्‍वकर्मा की प्रेरणा से नया स्वरूप देने के लिए, प्राण- प्रण से जुटे हैं, यह केन्द्र उनके संकल्पों से अपने को जोड़ने का निश्‍चय करता है। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग के सदस्य कौशलेन्द्र सिंह ने कहा कि महामना मालवीय के द्वारा स्थापित काशी हिन्दू विश्‍वविद्यालय प्रधानमन्त्री के जन्म दिन के अवसर पर वृक्षारोपण का पुनीत कार्य का आयोजन छात्रों के लिए प्रेरणादायी है। इस अवसर पर काशी हिन्दू विश्‍वविद्यालय छत्र संध के पूर्व उपाध्यक्ष डा. अरविन्द्र कुमार शुक्‍ल ने कहा कि भारत के प्रधानमन्त्री के जन्म दिन पर वृक्षारोपण के माध्यम से समन्वित ग्रामीण विकास केन्द के काशी हिन्दू विश्‍वविद्यालय यह संदेश देना चाहता है कि वे वृक्ष की तरह ही परोपकारी और फलदायी है।

कार्यक्रम संयोजन तथा संचालन केन्द्र के परियोजना अधिकारी डा. भूपेन्द्र प्रताप सिंह ने किया। इस अवसर पर उन्होंने सम्बोधन में कहा कि जिस प्रकार आदि शिल्‍पी विश्‍वकर्मा ने प्रारम्भिक शिल्‍प की स्थापना की ठीक उसी प्रकार प्रधानमन्त्री आधुनिक भारत के शिल्पकार के रूप में पूरे देश्‍ में आधारभूत ढांचा का निर्माण कर रहे हैं। धन्यावाद ज्ञापन सहायक प्रोफसर डा. आलोक पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर सहायक पुस्तकालयी डा. सुमन सिह अनुभाग अधिकारी अनिल भूषण वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. सत्यप्रकाष पाण्डेय, प्रशिक्षक आरती विश्‍वकर्मा, सूर्यकेश मिश्रा, रामलखन, रामजी, सतीष कुमार वर्मा, सुरेश कुमार सिंह, आनन्द पाण्डेय एवं समस्त छात्र- छात्रायें उपस्थित थे।

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