39 जीटीसी वाराणसी में पासिंग आउट परेड का आयोजन, भारतीय सेना को मिले 95 रिक्रूट
जीटीसी में प्रशिक्षण और सैन्य सेवा का लंबा अनुभव रहा है। यहां पर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वालों की एक शानदार परंपरा रही है। सेना के लिए सर्वोच्च सैन्य प्रशिक्षण और कार्यक्रमों का समय समय पर आयोजन होता रहा है।
वाराणसी, इंटरनेट डेस्क। 39 जीटीसी (गोरखा ट्रेनिंग सेंटर) वाराणसी में पासिंग आउट परेड का सोमवार को आयोजन किया गया। प्रशिक्षण केंद्र से 95 रिक्रूट को एक प्रभावशाली पासिंग आउट परेड के दौरान शपथ ग्रहण कराया गया। परेड की समीक्षा मुख्य रूप से ब्रिगेडियर हुकुम सिंह बैंसला, सेना मेडल कमांडेंट 39 गोरखा प्रशिक्षण केंद्र द्वारा किया गया। साथ ही डिप्टी कमांडेंट कर्नल हितेश दुग्गल सेवा मेडल कमांडर, कर्नल नितिन थापा, ट्रेनिंग बटालियन द्वारा परेड की समीक्षा की गई।
प्रशिक्षण अधिकारियों के अनुसार 42 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के बाद यह रिक्रूट्स अब अनुशासित सैनिकों में परिवर्तित होने के साथ बुनियादी व उन्नति युद्ध शिक्षण में भी निपुण हो गए हैं। गोरखा ट्रेनिंग सेंटर ने इन सैनिकों को मानसिक रूप से इस तरह से तैयार किया है कि युद्ध के दौरान यह सैनिक कठिन से कठिन परिस्थितियों का सामना कर सकेंं। यह सैनिक देश की सुरक्षा हेतु दुर्गम सक्रिय क्षेत्रों में तैनात होंगे। कमांडेंट ने रिक्रूट्स की ट्रेनिंग को अत्यंत अव्वल दर्जे का बताया तथा उन्हें स्वयं भी अत्यंत विशेष और सम्मानित बताया। इसके साथ ही नवोदित सैनिकों को उन्होंने सैन्य प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित भी किया गया।
जीटीसी में प्रशिक्षण और सैन्य सेवा का लंबा अनुभव रहा है। यहां पर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वालों की एक शानदार परंपरा रही है। सेना के लिए सर्वोच्च सैन्य प्रशिक्षण और कार्यक्रमों का समय समय पर आयोजन होता रहा है। इसी कड़ी में 42 सप्ताह के प्रशिक्षण के बाद रिक्रूट्स को मानसिक रूप से तैयार किया गया है। सेना के लिए पूरी तरह से दक्ष और युद्ध कौशल में सर्वोत्तम देने के लिए कठिन सैन्य प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजित करने के बाद आधिकारिक रूप से सोमवार को शपथ के बाद सभी को सेना में शामिल किया गया। इस दौरान पूरी परेड का निरीक्षण करने के साथ ही शानदार प्रदर्शन करने वालों को भी सम्मानित किया गया है।