अभिभावक खरीदेंगे परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का यूनिफार्म, खाते में जाएगा रुपये

परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावक अब उनके लिए यूनिफार्म व जूता-मोजा खरीदेंगे। इसके लिए सीधे उनके खाते में धनराशि भेजी जाएगी। पहले यह जिम्मेदारी विद्यालय प्रबंध समिति को सौंपी गई थी। एसएमसी (स्कूल मैनेजमेंट कमेटी) के खाते में विभाग की ओर से पैसा भेजा जाता था।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 05:10 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 05:10 PM (IST)
अभिभावक खरीदेंगे परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का यूनिफार्म, खाते में जाएगा रुपये
परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावक अब उनके लिए यूनिफार्म व जूता-मोजा खरीदेंगे।

जागरण संवाददाता, चंदौली। परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावक अब उनके लिए यूनिफार्म व जूता-मोजा खरीदेंगे। इसके लिए सीधे उनके खाते में धनराशि भेजी जाएगी। पहले यह जिम्मेदारी विद्यालय प्रबंध समिति को सौंपी गई थी। एसएमसी (स्कूल मैनेजमेंट कमेटी) के खाते में विभाग की ओर से पैसा भेजा जाता था। समिति इसकी खरीद करने के बाद बच्चों में वितरित कराती थी। यूनिफार्म की गुणवत्ता को लेकर तमाम तरह के सवाल खड़े होते थे। ऐसे में बेसिक शिक्षा परिषद ने गाइडलाइन में बदलाव करते हुए अभिभावकों को यह अधिकार दिया है। उम्मीद जताई जा रही कि नई प्रक्रिया से बच्चों को गुणवत्तायुक्त यूनिफार्म मिलेगी। वहीं इसके नाम पर होने वाली धांधली पर भी लगाम लगेगी। जिले के 1145 परिषदीय स्कूलों में लगभग 2.50 लाख छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं।

सरकार परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब छात्र-छात्राओं को मुफ्त यूनिफार्म, जूता-मोजा, किताबें, एमडीएम आदि उपलब्ध कराती है। ताकि उन्हें शिक्षा संबंधी किसी भी जरूरत के लिए हाथ न फैलाना पड़े। पहले यूनिफार्म की जिम्मेदारी विद्यालय प्रबंध समितियों को सौंपी गई थी। समिति के खाते में धनराशि भेजी जाती थी। एसएमसी टेंडर के जरिए अधिकृत कंपनी से इसकी खरीदकर बच्चों को बांटती थी। जूता-मोजा और पुस्तकें भी बाहर से ही मंगाकर बच्चों को दिया जाता था। इसके लिए शासन स्तर से टेंडर होता है। बच्चों को यूनिफार्म व जूता-मोजा वितरण में विलंब होता था। वहीं गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े होते थे। ऐसे में शासन ने गाइडलाइन में बदलाव किया है। यूनिफार्म का पैसा अब सीधे अभिभावकों के खाते में जाएगा। कुल 1400 रुपये भेजे जाएंगे। इसमें दो सेट यूनिफार्म और जूता-मोजा खरीदना होगा। हालांकि इसमें शासन से निर्धारित गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखना होगा। मसलन, जिस रंग, कलर और डिजाइन के कपड़े ड्रेस के लिए निर्धारित हैं, वहीं खरीदना होगा। इससे इतर कपड़े मान्य नहीं होंगे।

अभिभावक बच्चों की यूनिफार्म और जूता-मोजा खरीदेंगे

अभिभावक बच्चों की यूनिफार्म और जूता-मोजा खरीदेंगे। इसके लिए उनके खाते में 1400 रुपये भेजे जाएंगे। गुणवत्ता और समय से बच्चों को यूनिफार्म उपलब्ध कराने के लिए शासन ने गाइडलाइन में बदलाव किया है।

सत्येंद्र कुमार सिंह, बीएसए

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