नमक-रोटी प्रकरण को लेकर अभिभावक हुए लामबंद, स्कूल नहीं गए बच्चे, खाली रहा पूरा क्लास

रोटी-नमक प्रकरण में प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार पाल और पत्रकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने के विरोध में गुरुवार को शिउर स्थित विद्यालय के अभिभावक लामबंद हो गए।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 06 Sep 2019 11:33 AM (IST) Updated:Fri, 06 Sep 2019 01:23 PM (IST)
नमक-रोटी प्रकरण को लेकर अभिभावक हुए लामबंद, स्कूल नहीं गए बच्चे, खाली रहा पूरा क्लास
नमक-रोटी प्रकरण को लेकर अभिभावक हुए लामबंद, स्कूल नहीं गए बच्चे, खाली रहा पूरा क्लास

मीरजापुर, जेएनएन। रोटी-नमक प्रकरण में प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार पाल और पत्रकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने के विरोध में गुरुवार को शिउर स्थित विद्यालय के अभिभावक लामबंद हो गए। गुरुवार को सिर्फ एक बच्चा विद्यालय पहुंचा है। अभिभावकों के लामबंद होते ही शिक्षा महकमे में खलबली मच गई।

इस दौरान बीईओ और शिक्षकों ने अभिभावकों को समझाने का प्रयास किया लेकिन नतीजा बेअसर रहा है। गुरुवार की सुबह विद्यालय खुलने के समय शिक्षक पहुंच गए, लेकिन स्कूल में बच्चे नहीं आए। शिक्षक बच्चों को स्कूल भेजने के लिए विद्यालय से सटे हुए घरों में जाकर अभिभावकों से अपील किया लेकिन नतीजा बेअसर रहा। इस दौरान विद्यालय में सिर्फ एक छात्र सुखराम पहुंचा जो शिक्षकों से अकेले ही पढ़ाने के लिए कहा, शिक्षकों ने उसे उसके पाठ्यक्रम के हिसाब से पढ़ाया।

छुट्टी के बाद बच्चे को उसके घर भेज दिया गया। बच्चों के स्कूल नहीं आने की जानकारी विद्यालय के शिक्षकों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिया। बच्चों को स्कूल भेजने के आने के लिए एबीएसए प्रदीप सिंह लगभग डेढ़ बजे दर्जनों शिक्षकों के साथ शियूर विद्यालय पहुंच गए जहां उन्होंने पूरे परिसर का निरीक्षण किया। इसके बाद शिक्षकों को साथ में लेकर अभिभावकों के घर पहुंचना शुरू कर दिए। अभिभावकों के घर पहुंच कर एबीएसए ने बच्चों को स्कूल भेजने का अपील किया लेकिन अभिभावक बच्चो को स्कूल भेजने को राजी नहीं हुए। उन्होंने कहा कि जब तक प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार पाल और पत्रकार के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमे को वापस नहीं लिया जाएगा तब तक बच्चे स्कूल पढऩे नहीं जाएंगे। अभिभावकों ने इस दौरान लामबंद होकर एबीएसए को घेर लिया और दो टूक शब्दों में कहा कि मुकदमा वापस लिए जाने के बाद ही बच्चे स्कूल में पढ़ेंगे। जिसे सुनकर शिक्षा विभाग की टीम बैरंग वापस लौट गई।

अधिकारियों ने जांचा एमडीएम की गुणवत्ता

परिषदीय स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था और एमडीएम व्यवस्था को मजबूत बनाने की कवायद की जा रही है। इसके लिए मुख्य विकास अधिकारी प्रियंका निरंजन द्वारा अधिकारियों को परिषदीय स्कूलों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है। परियोजना निदेशक ऋषि मुनि उपाध्याय ने प्राथमिक विद्यालय केवटावीर, प्राथमिक विद्यालय मडगुड़ा में डीसी मनरेगा मो. नफीस ने निरीक्षण किया। उन्होंने शिक्षक डा. विजय शंकर और बच्चों संग एमडीएम चखा। डीपीआरओ अरविंद कुमार ने प्राथमिक विद्यालय डोमनपुर में निरीक्षण किया। उन्होंने एमडीएम खाया और साफ-सफाई बरतने का निर्देश दिया।

शिक्षा अधिकारियों के बीच कमीशनखोरी का अंजाम है नमक-रोटी

जिले के परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को मध्याह्न भोजन योजना कमीशनखोरी की भेंट चढ़ रहा है। मिड डे मील संचालन के दौरान बच्चों का अधिक नामांकन करना जगजाहिर है। इससे होने वाले लाभ के बंटवारे को लेकर स्कूलों में तनातनी बनी रहती है। लाभ में रसोइयां से लेकर विभागीय उच्चाधिकारियों तक की हिस्सेदारी होती है। इसमें किसी की थोड़ी भी अनदेखी

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