नीति आयोग के पॉयलट प्रोजेक्ट में 'सर्वोत्तम' की रेस में शामिल होंगी पंचायतें

नीति आयोग के पॉयलट प्रोजेक्ट में शामिल सेवापुरी ब्लाक को संवारने व मॉडल बनाने के सभी उपायों को जमीन पर उतारने की तैयारी को तेजी से अंतिम रूप दिया जा रहा है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 06:30 AM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 09:21 AM (IST)
नीति आयोग के पॉयलट प्रोजेक्ट में 'सर्वोत्तम' की रेस में शामिल होंगी पंचायतें
नीति आयोग के पॉयलट प्रोजेक्ट में 'सर्वोत्तम' की रेस में शामिल होंगी पंचायतें

वाराणसी, जेएनएन। नीति आयोग के पॉयलट प्रोजेक्ट में शामिल सेवापुरी ब्लाक को संवारने व मॉडल बनाने के सभी उपायों को जमीन पर उतारने की तैयारी को तेजी से अंतिम रूप दिया जा रहा है। आयोग से जुड़ी टेक्नीकल व प्रोग्राम सपोर्टिंग टीम जिले में पिछले दस दिन से डेरा डाले हुए है। कम्युनिटी इंगेजमेंट प्लान को अंतिम रूप देने में जुटी हुई है। देश के अन्य राज्यों में शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र  में हुए बेहतर कार्यों को यहां की टीम के साथ साझा कर जमीन पर उतारने की कोशिश भी करेगी। सरकार की योजनाओं को लागू करने व बेहतर ढंग से संचालन करने के लिए ब्लाक के 87 गांवों के बीच सर्वोत्तम की प्रतियोगिता भी शुरू कराने की तैयारी है। इसके आधार पर ग्रेडिंग होगी। बेहतर काम करने वाली पंचायतों को उसी के आधार पर आगे सहयोग भी मिलेगा। 

आयोग की इस टीम में आधा दर्जन से अधिक विशेषज्ञ हैं। सभी के अपने अपने कार्यक्षेत्र हैं। किसी ने झारखंड में तो किसी ने सोनभद्र में बेहतर कार्य को अंजाम दिया है। हालांकि गाइडलाइन में बंधे होने के कारण वह मीडिया में आने से परहेज करते हैं। टीम से जुड़े लोगों का कहना है कि टीम विकास का पूरा खाका खींच ली है। जरूरत मुताबिक शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले जिले की सामाजिक संस्थाओं यानी एनजीओ को भी जोड़ा जाएगा। कंपनियों से भी सहयोग लिया जा सकता है। बच्चों व महिलाओं के पोषण पर बेहतर कार्य होंगे। ब्लाक में पांच वर्ष के बच्चों की संख्या 23 हजार 783 है। हालांकि लालश्रेणी में यानी अतिकुपोषित बच्चों की संख्या 258 है। यह बहुत ज्यादा नहीं है किंतु आगे शून्य हो इस दिशा में काम को अंजाम देना है।  

विभागीय अधिकारी योजनाओं को जमीन पर उतारने में जुटे 

स्वास्थ्य, शिक्षा समेत सभी विभागों के अधिकारी सेवापुरी में अधूरे कार्यों को पूर्ण करने में जुटे हुए हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से भी पोषण वाटिका, नंदघर आदि का निर्माण तेजी से पूरा कराया जा रहा है। 

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