भदोही में पंचायत अध्‍यक्ष चुनाव : हाई प्राेफाइल ड्रामा के बाद भाजपा ने छोड़ा मैदान, निर्दलियों होगी सीधी टक्कर

जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में खूब हाई प्रोफाइल ड्रामा चला। जनपद प्रभारी रमेश मिश्रा चुनाव प्रभारी संजय राय और जिलाध्यक्ष विनय कुमार श्रीवास्तव ने घोषित प्रत्याशी अमित सिंह प्रिंस को पद मुक्त कर दिया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 29 Jun 2021 09:57 PM (IST) Updated:Tue, 29 Jun 2021 09:57 PM (IST)
भदोही में पंचायत अध्‍यक्ष चुनाव : हाई प्राेफाइल ड्रामा के बाद भाजपा ने छोड़ा मैदान, निर्दलियों होगी सीधी टक्कर
मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में खूब हाई प्रोफाइल ड्रामा चला।

भदोही, जागरण संवाददाता। जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में खूब हाई प्रोफाइल ड्रामा चला। जनपद प्रभारी रमेश मिश्रा, चुनाव प्रभारी संजय राय और जिलाध्यक्ष विनय कुमार श्रीवास्तव ने घोषित प्रत्याशी अमित सिंह प्रिंस को पद मुक्त कर दिया। इसके साथ ही अब दोनों निर्दल प्रत्याशियों में सीधी टक्कर होगी। नाम वापसी के अंतिम दिन विधायक के भतीजे चंद्रभूषण त्रिपाठी ने नाम निर्देशन पत्र वापस लेने से चुनावी मैदान में दो ही प्रत्याशी हैं।

आयोग की ओर से निर्वाचन तिथि की घोषणा होने के बाद से ही टिकट और सदस्यों को अपने खेमे में रखने के लिए जोड़-तोड़ शुरू हो गया था। विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी के भाई एवं पूर्व प्रमुख अनिरुद्ध त्रिपाठी को टिकट दिलाने के लिए भाजपा के कई दिग्गज लखनऊ डेरा डाले हुए थे लेकिन अमित सिंह प्रिंस को भाजपा से प्रत्याशी घोषित कर दिया गया था। अधिकृत प्रत्याशी होने के बाद वह नामांकन भी कर दिए लेकिन नाम वापसी के दिन शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें पर्चा वापस करने को कहा। निर्धारित समय तक भाजपा के लोग उनका इंतजार करते रहे लेकिन वह पर्चा वापस करने नहीं आए। जनपद प्रभारी और जिलाध्यक्ष ने मिडिया से बताया कि भाजपा से कोई भी अधिकृत प्रत्याशी नहीं है। अमित सिंह को प्रत्याशी पद से मुक्त कर दिया गया है। इसके बाद से जिले की सियासत में भूचाल आ गया। पूर्व प्रमुख अनिरुद्ध त्रिपाठी के समर्थक भी झूम उठे।

चुनाव का बहिष्कार करेंगी श्याम कुमारी

सपा से घोषित प्रत्याशी श्याम कुमारी मौर्य ने प्रस्तावक न मिलने के कारण नामांकन नहीं कर सकी थीं। उनका आरोप है कि भाजपा के लोग सपा के सदस्यों पर दबाव बना दिया। जब वह नामांकन करने के लिए निकली तो प्रस्तावक मोबाइल फोन स्वीच आफ कर लिया। बताया कि वह चुनाव का बहिष्कार करेंगी।

chat bot
आपका साथी