Panchayat Elections in Varanasi : पुलिस का होमवर्क फेल, चुनाव रंजिश में बदमाश पड़ रहे भारी
चुनावी रंजिश को लेकर पुलिस के होमवर्क पर सवाल खड़े होने लगे हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा के साथ ही पुलिस पुराने विवादों पर काम कर रही थी और बदमाश अपनी रंजिश निकालने के लिए निशाना साध रहे थे।
वाराणसी, जेएनएन। चुनावी रंजिश को लेकर पुलिस के होमवर्क पर सवाल खड़े होने लगे हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा के साथ ही पुलिस पुराने विवादों पर काम कर रही थी और बदमाश अपनी रंजिश निकालने के लिए निशाना साध रहे थे।
चौबेपुर के बराई गांव में इसकी शुरूआत होली के दिन ही क्षेत्र पंचायत सदस्य राजू राजभर की हत्या से हो चुकी थी। इस बार राजू की पत्नी भी चुनाव मैदान में थी। इसी तरह बड़ागांव के इंदरपुर के पूर्व प्रधान विजेंद्र यादव इस बार प्रधान पद के प्रत्याशी थे लेकिन बदमाशों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद चोलापुर के जय किशन की हत्या में भी चुनावी रंजिश की बात सामने आ रही है। हालांकि जय किशन चुनाव नहीं लड़ रहे थे लेकिन उनकी तैयारी पूरी थी। सीट आरक्षित होने के चलते वह एक प्रत्याशी के चुनाव प्रचार में लगे थे। इसी तरह हरहुआ में प्रधान पद के प्रत्याशी के घर पर फायरिंग के बाद पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। इस मामले में भी एक प्रत्याशी पर आरोप लगाया जा रहा है।
बड़ागांव थाना क्षेत्र के चक्का गांव में रविवार की रात मोटरसाइकिल सवार दो बदमाशों ने दहशत फैलाने की नीयत से प्रधान पद के प्रत्याशी बसंत लाल एडवोकेट के घर पर चार राउंड फायरिंग की। इसके बाद दोनों बदमाश हरहुआ की ओर भाग निकले।घटना की सूचना पर तत्काल सीओ बड़ागांव, एसओ व चौकी प्रभारी हरहुआ समेत पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और परिवारीजन सहित ग्रामीणों से जानकारी ली।
इस दौरान ग्रामीण आक्रोशित होकर नारेबाजी करने लगे। एडवोकेट बसंतलाल ने एक प्रत्याशी समेत चार लोगों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। काफी देर तक बड़ागांव पुलिस चक्का गांव में डटी रही। चुनावी माहौल को देखते हुए पुलिस ने तत्काल कार्यवाही का ग्रामीणों को आश्वासन दिया। ज्ञातव्य हो कि चक्का गांव में प्रधान पद के लिए चार प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। पुलिस आरोपितों की तलाश में जुट गई है।