पंचायत चुनाव : बलिया में नामांकन के अंतिम दिन ठोंकी दावेदारी, कोविड नियमों की उड़ी धज्जियां
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के नामांकन को लेकर अंतिम दिन गुरुवार को कलेक्ट्रेट से लेकर ब्लाक मुख्यालयों तक गहमा गहमी का माहौल रहा। कोविड-19 के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ती रही। कई जगहों पर पुलिस से अंदर जाने का लेकर तीखी बहस भी हुई।
बलिया, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के नामांकन को लेकर अंतिम दिन गुरुवार को कलेक्ट्रेट से लेकर ब्लाक मुख्यालयों तक गहमा गहमी का माहौल रहा। कोविड-19 के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ती रही। कई जगहों पर पुलिस से अंदर जाने का लेकर तीखी बहस भी हुई। तेज धूप के बीच प्रत्याशी व उनके समर्थकों को काफी जलालत भी झेलनी पड़ी।
सुबह आठ बजे से ही नामांकन का दौर शुरू हुआ। प्रत्याशी भी सुबह ही अपने गांव के देवी-देवताओं का आशीर्वाद लेकर जुलूस की शक्ल में ब्लाक पर पहुंचने लगे। प्रत्याशी के समर्थक ङ्क्षजदाबाद के नारे लगाते रहे। इस दौरान कोरोना महामारी के नियम तार-तार होते रहे। जिला पंचायत सदस्य पद के लिए कलेक्ट्रेट में नामांकन पत्र दाखिल किया गया। अलग-अलग दलों के दिग्गज प्रत्याशियों के साथ आकर नामांकन पत्र में दाखिल हुए। इस दौरान समर्थकों का उत्साह दोगुना हो जा रहा था। पुलिस के रोकने पर वह उलझ भी जा रहे थे। इसको लेकर कई बार पुलिस से तीखी बहस भी हुई। 17 ब्लाकों में ग्राम प्रधान, बीडीसी, ग्राम पंचायत सदस्य व जिला पंचायत सदस्य पद के लिए चुनाव होने हे।
कलेक्ट्रेट गेट पर रही तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था
जिला पंचायत सदस्य पद के नामांकन स्थल कलेकट्रेट पर गुरुवार को तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। 13 अप्रैल को जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशी संग हुए विवाद के बाद पुलिस मुख्य गेट पर काफी सतर्क दिखी। यहां पर दो थानों की फोर्स को लगाया गया था। पुलिस गेट तक भीड़ को आने से पहले ही खदेड़ दे रही थी।
पीने के पानी का बना रहा संकट
तेज धूप में नामांकन करने पहुंचे प्रत्याशियों के समर्थकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। धूप में जिंदाबाद बोलते हुए उनकी गला सुख जा रही थी। वह पानी के लिए ब्लाक मुख्यालयों पर भटकते रहे। कई समर्थक तो लग्जरी वाहनों में चल रहे एससी से बाहर ही नहीं निकले। प्यास बुझाने के लिए पानी की व्यवस्था नहीं होने के कारण दुकानों की तरफ भागते रहे।
वाहनों के काफिले से जाम की बनती-बिगड़ती रही स्थिति
नामांकन के दौरान जाम की स्थिति बनती बिगड़ती रही। वाहनों के काफिले के कारण सड़क पर जाम लग जा रहा था। कई वाहन चालक तो सड़क के किनारे ही गाड़ी खड़ी कर चले गए थे। इसके चलते और फजीहत हुई। इधर शहर में टीडी कालेज पर वाहनों के काफिला के कारण जाम की स्थिति बनती रही।
ग्रापं सदस्य पद पर नहीं दिखा रूचि
एक तरफ ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्यों के पद पर आसीन होने के लिए होड़ मची हुई है। चुनाव के लिए सभी हथकंडे प्रत्याशियों द्वारा अपनाया जा रहा है। वहीं ग्राम पंचायत सदस्यों के प्रति किसी की रुचि नहीं दिखाई दे रही है। फलस्वरुप बैरिया विकासखंड में विभिन्न ग्राम पंचायतों में दर्जनों ग्राम पंचायत सदस्यों का पद खाली है। किसी ने सदस्य पद के लिए नामांकन ही नहीं किया है।