वाराणसी में मिनी सचिवालय के रूप में संवरने लगे पंचायत भवन, कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद कार्य में आई तेजी
कैबिनेट की मंजूरी के बाद जिले में पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय की तर्ज पर सजाने संवारने का काम शुरू हो चुका है। अधिकारियों का यह भी दावा है कि सेवापुरी ब्लाक के अधिकतर ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन मिनी सचिवालय की तरह काम करना शुरू कर दिए हैं।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। कैबिनेट की मंजूरी के बाद जिले में पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय की तर्ज पर सजाने संवारने का काम शुरू हो चुका है। अधिकारियों का यह भी दावा है कि सेवापुरी ब्लाक के अधिकतर ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन मिनी सचिवालय की तरह काम करना शुरू कर दिए हैं। प्रत्येक पंचायत भवन में एक आपरेटर की तैनाती होनी है। कैबिनेट से इसकी मंजूरी मिल चुकी है।
जिले के 694 ग्राम पंचायतों में से 512 ग्राम पंचायतों में पहले से पंचायत भवन बने हुए हैं। 182 पंचायतों में नए निर्माण होने थे। इसमें से 70 का निर्माण हो चुका है। शेष पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इस साल के अंत तक आकार लेने की उम्मीद है। अधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री के निर्देश के क्रम में दो माह पहले से ही यहां पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय बनाने की दिशा में काम शुरू हो गया था। अब कैबिनेट की मंजूरी के बाद इसको और बल मिल गया है। पंचायत भवन का निर्माण जहां पूरा नहीं हुआ है वहां सरकारी स्कूल में इसका संचालन हो रहा है, ताकि पब्लिक को इसका लाभ मिल सके।
ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह ने पिछले दिनों वाराणसी आगमन के दौरान सेवापुरी के ग्राम पंचायत नेवादा में माडल पंचायत भवन निर्माण कराने की बात कही थी। बताया जा रहा है कि मनरेगा से कुल 17 लाख रुपये इस भवन निर्माण पर खर्च होंगे। इसकी भी तैयारी में जिला पंचायत राज कार्यालय जुटा हुआ है।
पब्लिक को मिलेगा लाभ
पंचायत भवनों के मिनी सचिवालय की तर्ज पर काम शुरू कर देने के बाद इसका सबसे अधिक लाभ पब्लिक को मिलेगा। खतौनी, जाति, आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए अब तहसील की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। इतना ही नहीं आधार कार्ड, पैन कार्ड तथा मतदाता फोटो पहचान पत्र आदि भी बन सकेंगे। बैंक में स्कालरशिप, पेंशन की राशि आई या नहीं, इसकी भी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। पैसा भी एक खाते से दूसरे खाते तक ट्रांसफर की सुविधा मिलेगी।