भदोही में ट्रायल में ही फेल हो गया आक्सीजन प्लांट, पाइप लाइन में मिला लिकेज

कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। कहा जा रहा है कि अगस्त के अंत तक यह लहर आ सकती है। सरकार की ओर तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। जिले में भी कोविड सहित पांच अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 05:47 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 05:47 PM (IST)
भदोही में ट्रायल में ही फेल हो गया आक्सीजन प्लांट, पाइप लाइन में मिला लिकेज
सुरियावां स्वास्थ्य केंद्र में एक करोड़ की लागत से स्थापित आक्सीजन प्लांट ट्रायल में ही फेल हो गया।

भदोही, जागरण संवारदाता। कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। कहा जा रहा है कि अगस्त के अंत तक यह लहर आ सकती है। सरकार की ओर तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। जिले में भी कोविड सहित पांच अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं लेकिन लहर पहुंचने के पहले व्यवस्था दुरुस्त करना चुनौती बनी हुई है। हकीकत यह है कि सुरियावां स्वास्थ्य केंद्र में एक करोड़ की लागत से स्थापित आक्सीजन प्लांट ट्रायल में ही फेल हो गया। बेड पर लगे पाइपलाइन लिकेज करने लगा। यह तो बानगी भर है इसके अलावा भी अभी इतनी कमियां हैं कि उसे ठीक कराने में कई दिन लग जाएंगे।

अकेले सुरियावां स्वास्थ्य केंद्र में स्थापित प्लांट की बात करें तो कालीन उद्यमियों के सहयोग से 85 लाख से अधिक खर्च किया जा रहा है। आनन-फानन 18 जुलाई को इसका लोकार्पण तो कर दिया गया लेकिन कार्यदाई संस्था की ओर से अभी हैंडओवर नहीं किया गया है। पाइपलाइन निर्माण कार्य भी अधूरा है। वार्ड में बेड तक आक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पाएगी। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की ओर से अगस्त के अंतिम सप्ताह में तीसरे लहर के प्रभाव बढ़ने की संभावना जताई गई है। इस बीच प्लांट से आक्सीजन की आपूर्ति भी चुनौती भरी होगी।

आक्सीजन को लेकर मचा था हाहाकार

कोविड-19 की दूसरी लहर में आक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ था। जो जहां सुन रहा था वह वहीं पर दौड़ पड़ जा रहा था। जान बचाने के लिए एक लाख रुपये प्रति सिलेंडर तक देने को लोग तैयार थे। इतना दाम लेकर सौदागरों ने आक्सीजन उपलब्ध भी कराया। आक्सीजन की कमी के चलते जिले में 160 संक्रमितों की जान चली गई।

तीसरी लहर को लेकर आधी-अधूरी तैयारी

तीसरी लहर को लेकर कोई विशेष तैयारी नहीं चल रही है। प्लांट तो स्थापित कर दिए जा रहे हैं लेकिन अधिकारी यह बताने को तैयार नहीं है कि आखिर इसका संचालन कौन करेगा। करोड़ों रुपये खर्च कर प्लांट तो लगा दिए जा रहे हैं लेकिन अभी तक मानव संसाधन की व्यवस्था नहीं किया जा सका।

अप्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी संभालेंगे तीसरी लहर

कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए अस्पतालों में अप्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी ही मुश्तैद किए जा रहे हैं। कोविड एल-2 अस्पताल भदोही सहित जिला अस्पताल में बच्चों के लिए बना 10 बेड के वार्ड में तीसरी लहर में संक्रमितों के उपचार के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित करने की योजना है। इसके अलावा सभी सीएचसी में भी सुरक्षित 10-10 बेड पर भर्ती संक्रमितों के लिए भी प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी की आवश्यकता है।

98 टीमें मंगलवार को लगाएंगी 21 हजार टीका- स्वास्थ्य विभाग की ओर से तीसरी लहर की तैयारी में टीकाकरण की रफ्तार तेज कर दी गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संतोष कुमार चक ने बताया कि कोरोना के दूसरी लहर में सबसे कम संक्रमित मिलने वाले गांवों के लोगों को प्राथमिकता के तौर पर वैक्सीन लगाई जाएगी। टीकाकरण के लिए सीएचसी अधीक्षक की देख-रेख में स्वास्थ्य टीम के साथ एएनएम, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है।

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