गरीब को मिली एक करोड़ 40 लाख रुपये जीएसटी जमा करने की चुनौती, जानिए क्यों आ गई ऐसी नौबत
चंधासी कोयला मंडी में फर्म धोखाधड़ी कर एक करोड़ 40 लाख रुपये की जीएसटी चोरी मामले का राजफाश करना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।
चंदौली, जेएनएन। चंधासी कोयला मंडी में फर्म धोखाधड़ी कर एक करोड़ 40 लाख रुपये की जीएसटी चोरी मामले का राजफाश करना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। उधर मुंशी विनोद चौहान ने एसपी को प्राथर्ना पत्र सौंप इच्छा मृत्यु की मांग की है। आरोप लगाया कि कुछ लोग चुप नहीं रहने पर अंजाम भुगतने की धमकी दे रहे हैं। बहरहाल पुलिस ने तफ्तीश तेज कर दी है। व्यवसायी पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी गई है। मुंशी का आरोप कि कोल मंडी में जिस कोयला व्यवसायी विशाल जगोता के यहां मुंशी का काम करता था उसने 2013 में धोखे से मां पार्वती इंटर प्राइजेज नाम से फर्म बना ली।
लेन-देन का काम करता रहा और जीएसटी भी जमा नहीं करता था। बाद में जानकारी होने पर विरोध किया तो चोरी का आरोप लगाकर काम से निकाल दिया। इसके बाद राजस्व विभाग की ओर से एक करोड़ 12 लाख रुपये जीएसटी जमा करने की नोटिस मिली तो होश फाख्ता हो गए। अधिकारियों के यहां गुहार लगाई लेकिन सुनवाई नहीं हुई। 14 दिन जेल में बिताने पड़े।
अब दूसरी नोटिस एक करोड़ 40 लाख रुपये जीएसटी जमा करने की आई है। बताया कि सात कमरों के मकान में 11 सदस्य रहते हैं। इतना धन जमा करना उसके लिए संभव नहीं है। उसने एसपी को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है। अन्यथा की स्थिति में इच्छामृत्यु की मांग की है। एसपी हेमंत कुटियाल ने मामले को गंभीरता से लिया है। पुलिस व्यवसायी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई है।