वाराणसी में आज से बिकेंगे केवल हालमार्क वाले आभूषण, खरीदारी के पहले आनलाइन ले सकेंगे आभूषण की जानकारी
ब्यूरो आफ इंडियन स्टैंडर्ड में कई अन्य मार्क जोड़े गए हैं। इसमें अब आपके आभूषण का भी एक यूआइडी नंबर होगा। जिससे उसकी अलग पहचान होगी। आभूषण पर पांच तरह की मुहर भी लगाई जा रही है। 16 जून से हालमार्क आभूषणों की बिक्री भी अनिवार्य रूप से की जाएगी।
वाराणसी, जेएनएन। जिस तरह नागरिकों का आधार कार्ड बना है वैसे ही आभूषणों का आधार (यूआइडी) बन रहा है। वहीं 16 जून से हालमार्क आभूषणों की बिक्री भी अनिवार्य रूप से शुरू हो जाएगी। आभूषण कारोबारी बचे स्टाक पर हालमार्क अंकित कराने में जुटे हैं। छोटे कारोबारी भी पंजीयन करा रहे हैं। शोरूम में अब तक हालमार्क व बिना हालमार्क दोनों तरह के आभूषणों की बिक्री होती रही, मगर बुधवार से केवल हालमार्क आभूषण ही बिकेंगे।
हालमार्क संग पांच तरह की मुहर
ब्यूरो आफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआइएस) में कई अन्य मार्क जोड़े गए हैं। इसमें अब आपके आभूषण का भी एक यूआइडी नंबर होगा। जिससे उसकी अलग पहचान होगी। आभूषण पर पांच तरह की मुहर भी लगाई जा रही है। जिसमें फर्म का नाम, उत्पादन वर्ष, हालमार्क सेंटर का नाम, कैरेट रेट, यूआइडी होगा। इससे नकली आभूषण बिकने की संभावना कम हो जाएगी।
बढ़ जाएगी पारदर्शिता
प्रत्येक आभूषण पर अनिवार्य रूप से हालमार्किंग से पारदर्शिता बढ़ जाएगी। ग्राहकों को कई फायदे होंगे। आभूषण की खरीदारी करते वक्त ही वे उसे हालमार्क की वेबसाइट 222.ड्ढद्बह्य.द्दश1.द्बठ्ठ पर जाकर जांच सकते हैं। इस वेबसाइट पर लागिन करते ही आभूषण का यूआइडी दर्ज करना होगा। जिसके बाद आभूषण की फोटो, उसका वजन, कैरेट रेट, फर्म का नाम, उत्पादन वर्ष सब कुछ सामने होगा। इससे वह धोखाधड़ी से बच सकते हैं। अभी टोले-मोहल्ले के आभूषण दुकानदार 18 कैरेट के गोल्ड को 22 कैरेट का गोल्ड बताकर बेच देते हैं। हालमार्किंग होने के बाद वह अब ऐसा नहीं कर पाएंगे।
बिस-केयर एप से भी परख सकेंगे सोने की शुद्धता
सरकार द्वारा लांच किए गए बिस-केयर एप से ग्राहक अपने आभूषणों की शुद्धता जांच सकेंगे। इसके लिए उनको मोबाइल में इस एप को डाउनलोड करना होगा।
बोले कारोबारी
हालमार्किंग होने से ग्राहकों का ही फायदा है। वह जेवर की खरीदारी के पूर्व इसकी आनलाइन जांच-पड़ताल कर लेंगे।
- गुंजन अग्रवाल, चेतमणि जेम्स एंड ज्वेल्स
अभी ग्राहकों को जो हम बताते थे वे वही समझते थे। आभूषण का यूआइडी होने से ग्राहक व व्यापारी दोनों का लाभ होगा।
- शैलेश पटेल, बीएच ज्वेलर्स
ग्राहक शुद्धता की जांच आनलाइन कर लेंगे। पहले खरीदकर दूसरे से जांच कराते थे। अब एप से स्वयं जांच करेंगे।
- नरेंद्र सोनी, श्रीराम अलंकार मंदिर पांडेयपुर
व्यापारी बचे स्टाक को जल्द हालमार्क कराना चाह रहे हैं। बनारस में लगभग दो हजार कारोबारी और आठ हालमार्क सेंटर हैं। सरकार को थोड़ा समय बढ़ाना चाहिए।
- सुभाष पाटिल, मराठा हालमार्क सेंटर।
सराफा कारोबार
- खरीदारी के पहले आनलाइन ले सकेंगे आभूषण की जानकारी
- हालमार्क सेंटर कम होने के कारण सरकार से समय बढ़ाने की गुहार
- सरकार की पहल पर आभूषणों का भी बन रहा आधार कार्ड
यह भी जानें
08 : हालमार्क सेंटर शहर में
02 : हजार कारोबारी शहर में