अनपरा परियोजना में महज 58 हजार टन बचा कोयला, बिजली की मांग 20 हजार मेगावाट के पार

गुरूवार को अनपरा परियोजना में महज 58 हजार टन कोयला बचा हुआ था। प्रतिदिन सभी इकाई को चलाने में 40 हजार टन की खपत होती है। जिसके सापेक्ष काफी दिनों से महज 30 हजार टन कोयले की आपूर्ति प्रतिदिन एनसीएल द्वारा की जा रही है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 02:53 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 02:53 PM (IST)
अनपरा परियोजना में महज 58 हजार टन बचा कोयला, बिजली की मांग 20 हजार मेगावाट के पार
कोयले के निरंतर कम हो रहे स्टाक को अब प्रबंधन कम नहीं करेगा।

सोनभद्र, जागरण संवाददाता। कोयले की कमी को लेकर अनपरा तापीय परियोजना की दुश्वारियां थमने का नाम नहीं ले रही है। परियोजना प्रबंधन भी विवश होकर जितना कोयला की आपूर्ति हो रही है, उसी के सापेक्ष इकाईयां संचालित करने का निर्णय लिया है। कोयले के निरंतर कम हो रहे स्टाक को अब प्रबंधन कम नहीं करेगा।

गुरूवार को अनपरा परियोजना में महज 58 हजार टन कोयला बचा हुआ था। प्रतिदिन सभी इकाई को चलाने में 40 हजार टन की खपत होती है। जिसके सापेक्ष काफी दिनों से महज 30 हजार टन कोयले की आपूर्ति प्रतिदिन एनसीएल द्वारा की जा रही है। इससे कई दिनों से कोयले के स्टाक में से 10 हजार टन कोयले की कमी निरंतर हो रही है। हालात अब यह बन गए हैं कि परियोजना को चलाने के लिए स्टाक में महज डेढ़ दिन से भी कम दिन का कोयला बचा है। सुपर क्रिटिकल जोन में पहुंची अनपरा परियोजना को यदि एक दिन भी एनसीएल द्वारा कोयला आपूर्ति नहीं हुई तो भयावह स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। शुक्रवार से आगामी तीन दिन तक शक्तिभवन मुख्यालय व बैंक बंद होने से एनसीएल को भुगतान करने संबंधी कोई कार्रवाई होती नजर नहीं आ रही है। कोयला संचालन खंड के अधिशासी अभियंता अजय प्रताप सिंह ने कहा कि अब कोयला आपूर्ति के अनुरूप ही इकाईयों को संचालित किया जाएगा। बचे स्टाक को कम नहीं किया जाएगा।

रात में फुल व दिन में कम लोड पर चल रही इकाईयां : मुख्यमंत्री के पर्व के मद्देनजर रात में विद्युत कटौती नहीं किए जाने का दिए गए निर्देश पर 2630 मेगावाट क्षमता वाली अनपरा की सभी इकाईयों को पूरी रात्रि फुल लोड पर संचालित किया जा रहा है। कोयले की कमी को देखते हुए दिन में लगभग 30 फीसदी कम लोड पर चलाकर कोयले की खपत को कम किया जा रहा है। इससे उत्पादन निगम को प्रतिदिन करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है।

पहली इकाई हुई ट्रिप : 210 मेगावाट क्षमता की पहली इकाई गुरूवार को 10 बजकर 33 मिनट पर ट्रिप कर गई। प्रबंधन ने तत्परता दिखते हुए युद्व स्तर पर अनुरक्षण कर इकाई को 12 बजकर 56 मिनट पर लोड में लिया। लोड पर आने से प्रबंधन ने राहत की सांस ली।

बिजली की मांग 20 हजार मेगावाट के पार : पर्वों को लेकर बिजली की मांग प्रदेश मे गुरूवार को अधिकतम 20426 मेगावाट व न्यूनतम 12478 के आसपास बना रहा। कोयले की कमी को लेकर दिन में कम लोड पर चलाई जा रही इकाईयों से निगम का उत्पादन घटकर तीन हजार मेगावाट के नीचे आ गया है। शाम साढ़े चार बजे तक अनपरा ए से 269 मेगावाट, बी से 698 मेगावाट, डी से 863 मेगावाट विद्युत उत्पादन जारी रहा।

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