वाराणसी के ग्रामीण क्षेत्र में 23 दिन में मात्र 13 फीसद ओटीएस पंजीकरण, जोन के चार डिवीजन की गति धीमी
प्रदेश सरकार बिजली उपभोक्ताओं को अधिक से अधिक एकमुश्त समाधान योजना का लाभ दिलाने में लगी है। वाराणसी जोन के चार डीविजन चंदौली सकलडीहा मछली शहर जौनपुर द्वितीय में भी ओटीएस पंजीकरण की प्रगित धीमी है। आंकड़ों का प्रतिशत बढ़ाने के लिए अधिकारी लगातार खंडों का निरीक्षण कर रहे हैं।
वाराणसी, जेएनएन। प्रदेश सरकार बिजली उपभोक्ताओं को अधिक से अधिक एकमुश्त समाधान योजना का लाभ दिलाने में लगी है। 23 दिन में प्रदेश भर में मात्र 17 फीसदी पंजीकरण होने पर मंगलवार को ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने नाराजगी व्यक्त करते हुए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधिकारियों के पेंच कसे हैं। बात अगर बनारस के शहरी क्षेत्र की करें तो 23 दिन में मात्र 30.75 फीसद और ग्रामीण क्षेत्र में 13 फीसद ही पंजीकरण हुए हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो शहर के तीन खंड पंचम, चतुर्थ और अष्टम सबसे पीछे चल रहे हैं। इन तीनों खंड में ओटीएस पंजीकरण की खराब स्थिति को लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों की ङ्क्षचता बढ़ी हुई है। बाकी के पांच खंड 30 फीसद से ऊपर पंजीकरण कर चुके हैं। आंकड़ों का प्रतिशत बढ़ाने के लिए बिजली विभाग के अधिकारी लगातार खंडों का निरीक्षण कर रहे हैं। उधर, वाराणसी जोन के चार डीविजन चंदौली, सकलडीहा, मछली शहर, जौनपुर द्वितीय में भी ओटीएस पंजीकरण की प्रगित धीमी है। ऊर्जा मंत्री के सख्त तेवर को देखते हुए अब हालात सुधारने की कवायद बुधवार से शुरु होगी।
पंचम खंड 23 दिन में मात्र 25 फीसद
नगरीय विद्युत वितरण खंड पंचम की हालत बेहद चिंताजनक है। 23 दिन में यहां मात्र 25 फीसद उपभोक्ताओं ने ओटीएस में पंजीकरण कराया है। यहां पंजीकरण कम होने के पीछे अधिकारियों का तर्क है कि कांशीराम आवास में कई बार उपभोक्ताओं की बिजली काटी गई। फिर भी यहां से राजस्व वसूली नहीं हो सकी।
वाराणसी के तीन खंड अभी छू पाए तीस फीसदी का आंकड़ा
आंकड़े--
डिविजन फीसद
प्रथम (भेलूपुर) 35
द्वितीय (चौकाघाट) 30
तृतीय (कज्जाकपुर) 35
चतुर्थ (चेतमणि) 28
पंचम (इमलिया घाट) 25
षष्टम (पहडिय़ा) 30
सप्तम (डीएलडब्ल्यू) 35
अष्टम (कज्जाकपुर) 28
ग्रामीण क्षेत्र 13
अधिकारियों को पंजीकरण बढ़ाने का निर्देश दिया गया है
ओटीएस पंजीकरण में शहर की प्रगति ठीक है। जिन खंडों में खराब स्थित है वहां के अधिकारियों को पंजीकरण बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। ग्रामीण इलाकों के आंकड़े ङ्क्षचताजनक हैं। प्रयास होगा कि यहां बी अधिक से अधिक से लोगों को लाभ दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
- मनोज कुमार अग्रवाल, मुख्य अभियंता पूविविनिलि