चालकों-परिचालकों की ऑनलाइन ड्यूटी, 24 घंटे पहले मोबाइल पर आएगा एसएमएस, अवकाश को देनी होगी सूचना
प्रदेश में नए साफ्टवेयर से चालकों और परिचालकों की बुधवार से ड्यूटी लगाई जाएगी। इससे पक्षपात नहीं होगा और परिवहन व्यवस्था सुधरेगी।
वाराणसी, जेएनएन। परिवहन निगम के अफसरों की तानाशाही, चालकों और परिचालकों की मनमानी नहीं चलेगी। और न ही अफसर अपने चहेतों को अधिक ड्यूटी दे पाएंगे। साथ ही चालक और परिचालक झूठ बोलकर ड्यूटी से गायब रह सकेंगे। क्योंकि अब उनकी ड्यूटी अफसर नहीं, बल्कि कंप्यूटर साफ्टवेयर लगाएगा। चालक और परिचालक के मोबाइल पर एसएमएस पहुंच जाएगा कि उन्हें किस रूट पर कब और कहां जाना है। बुधवार से नई व्यवस्था पूरे प्रदेश में लागू हो जाएगी। इसको लेकर वाराणसी परिक्षेत्र में पूरी तैयारी कर ली गई है।
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में बसों पर चालकों और परिचालकों की ड्यूटी लगाने के नाम पर धन उगाई होती थी। अफसर अपने चहेतों को अच्छी रूटों पर यानि कमाई वाले मार्ग पर भेजते थे। कई चालक और परिचालक खुद मालामाल होने के साथ अफसरों को हिस्सा देते थे। आए दिन इसकी शिकायत शासन के साथ विभागीय मुख्यालय होती थी। इसको लेकर कई बार मुख्यालय से टीम जांच करने आ चुकी है। मामला उजागर होने पर अफसरों और संबंधित लिपिक के खिलाफ कार्रवाई भी हुई है। कई शिकायतों की जांच आज तक पूरी नहीं सकी। आए दिन आ रही शिकायतों को देखते हुए परिवहन निगम ने नया क्रू आवंटन साफ्टवेयर लांच किया है। इसके लिए संबंधित कर्मचारी को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। मंगलवार को क्षेत्रीय प्रबंधक ने बैठक कर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों से पूरी जानकारी हासिल की है। इस बारे में क्षेत्रीय प्रबंधक एसके राय ने कहा कि प्रदेश में नए साफ्टवेयर से चालकों और परिचालकों की बुधवार से ड्यूटी लगाई जाएगी। इससे पक्षपात नहीं होगा और परिवहन व्यवस्था सुधरेगी। इसके लिए संबंधित कर्मचारी को प्रशिक्षण दिया गया है। यदि किसी कर्मचारी को अवकाश चाहिए तो 24 घंटे पहले सूचना देनी पड़ेगी। अन्यथा उन्हें दोषी मानते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
चालक के मोबाइल में आएगा एसएमएस
चालक और परिचालक अक्सर ड्यूटी से कुछ देर पहले कार्यालय या संबंधित अधिकारी के मोबाइल पर फोन कर देते हैं कि वे ड्यूटी पर नहीं आ सकते हैं। कई बार ऐसा होता है कि चालक और परिचालक कहते हैं कि मुझे कोई सूचना नहीं मिली। इसको लेकर बसें रोडवेज बस स्टैंड पर खड़ी रह जाती है। लेकिन, अब चालक और परिचालक झूठ नहीं बोल पाएंगे, क्योंकि उनके मोबाइल पर 24 घंटे पहले एसएमएस चला जाएगा कि उन्हें किस बस नंबर पर कहां जाना है। उन्हें 24 घंटे पहले अवकाश के बारे में बताना होगा। यही नहीं, अपरिहार्य कारणों से मौजूद न होने पर वह ड्यूटी दूसरे कर्मचारियों दे दी जाएगी। स्पेयर में तैनात कर्मचारियों को भी इस आशय का एसएमएस जाएगा।
हादसे को भी रोकने की तैयारी
कंप्यूटर साफ्टवेयर में पिछले एक माह का ड्यूटी रूट चार्ट अपलोड किया जा रहा है। प्रथम श्रेणी के कर्मचारी को ही महत्वपूर्ण रूट की बसों में ड्यूटी मिलेगी। द्वितीय और तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों को उनकी योग्यता के अनुसार बसों का आवंटन किया जाएगा। कम अनुभव वाले कर्मचारियों को ड्यूटी नहीं मिलेगी। इसके पीछे विभाग की मंशा है कि सड़क हादसे कम होंगे।