नवरात्र की महासप्‍तमी पर बंगीय समाज के नव पत्रिका पूजन पर्व कोलार बोऊ पूजन का आयोजन

नवरात्र के दौरान विविध प्रकार के बंगीय परंपराओं का भी निर्वहन धूम धाम से होता है। इसी कड़ी में नवरात्र की महासप्तमी पर आयोजित होने वाले कोलार बोऊ पूजन (नव पत्रिका पूजन) का आयोजन बंगीय समाज की ओर से धूमधाम से किया गया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 10:53 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 10:53 AM (IST)
नवरात्र की महासप्‍तमी पर बंगीय समाज के नव पत्रिका पूजन पर्व कोलार बोऊ पूजन का आयोजन
काशी को मिनी बंगाल कहलाने का भी सौभाग्‍य प्राप्‍त है।

वाराणसी, जेएनएन। काशी को मिनी बंगाल कहलाने का भी सौभाग्‍य प्राप्‍त है। बंगीय समाज की ओर से काशी में नवरात्र के दौरान विविध प्रकार के बंगीय परंपराओं का भी निर्वहन धूम धाम से होता है। इसी कड़ी में नवरात्र की महासप्तमी पर आयोजित होने वाले कोलार बोऊ पूजन (नव पत्रिका पूजन) का आयोजन बंगीय समाज की ओर से धूमधाम से किया गया।

शुक्रवार की सुबह दुर्गा पंडालों से बंगीय समाज के लोग नवपत्रिका पूजन के अवसर पर बंगीय परंपरा कोलार बोऊ का निर्वहन किया। नव पत्रिका पूजन करने के साथ ही मां गंगा की गोद में धार्मिक मान्‍यताओं के अनुसार गीतों और वाद्य यंत्रों के साथ नाचते गाते मां गंगा को चुनरी के साथ हरियाली के प्रतीक केले के वृक्ष को भी साथ लेकर निकले और पूजन के पश्‍चात वापस देवी पंडाल लौट कर स्‍थापना की।

पंडालों से गंगा तक यात्रा और पूजन के बाद बंगीय समाज के लोगों का पंडालों की ओर लौटने का क्रम शुरू हुआ। इस दौरान प्रभात तरुण संघ, शारदीय समिति और केडीएस के सदस्यों के साथ विभिन्‍न समितियों से जुडे़ बंगीय समाज के लोग मौजूद रहे।

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