वाराणसी में बच्चों और श्रमिकों में बंटा पौष्टिक आहार, कोरोना संक्रमण और स्वास्थ्य को लेकर किया जागरूक
पर्चे बांटकर कोरोना के संभावित तीसरे लहर के प्रति सचेत रहने और कोरोना महामारी से बचाव टीकाकरण सम्बन्धी जानकारी भी दी गयी। लोक समिति के संयोजक नन्दलाल मास्टर ने बताया कि कोरोना महामारी में आराजीलाइन और सेवापुरी ब्लाक में तीन माह से राहत कार्य जारी हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। मिर्जामुराद में आशा ट्रस्ट व लोक समिति संस्था की तरफ से चलाए जा रहे कोरोना राहत कार्य अभियान के तहत सोमवार को बच्चो समेत महिला-पुरुष श्रमिको में पौष्टिक आहार वितरित किया गया।बच्चों को किताब-कापी भी दिया। इसके साथ ही चक्रपानपुर, सिहोरवां, प्रतापपुर गांव में 70 श्रमिकों को सेनेटरी पैड, गमछा, मास्क के साथ ही पोषण आहार में चना, मूंगफली, बिस्किट, गुड़, च्यवनप्राश जैसी पौष्टिक सामग्री दिया गया।
आयोजन में आए लोगों को बताया गया कि आखिर किस प्रकार बेहतर स्वास्थ्य और पौष्टिक भोजन से हम अपना स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि समाज की सेहत को भी बेहतर कर सकते हैं। पोषण युक्त खाद्य सामग्री खाने से इम्यूनिटी बेहतर होने और कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए जागरुकता के साथ स्वच्छता और पोषण से ही बीमारी को दूर करने की आवश्यकता पर बल दिया गया। आयोजन के दौरान लोगों को स्वास्थ्य के साथ ही शिक्षा में स्वास्थ्य के महत्व पर भी प्रकाश वक्ताओं ने डाला। बताया कि गांवों के विकास के लिए सजगता और जागरुकता के साथ ही अच्छी सेहत भी कहीं अधिक जरूरी है। इसके लिए प्रयास गांवों से ही शुरू करने की जरूरत है।
इस दौरान सभी को पर्चे बांटकर कोरोना के संभावित तीसरे लहर के प्रति सचेत रहने और कोरोना महामारी से बचाव, टीकाकरण सम्बन्धी जानकारी भी दी गयी। लोक समिति के संयोजक नन्दलाल मास्टर ने बताया कि कोरोना महामारी में आराजीलाइन और सेवापुरी ब्लाक में तीन माह से राहत कार्य जारी हैं। बच्चों और श्रमिकों में ह्यूमिनिटी बढ़ाने और कोरोना से बचाव के लिए विशेषरूप से तैयार राहत किट वितरित किया जा रहा हैं।
लोक समिति आश्रम नागेपुर में संचालित कोविड हेल्प डेस्क और आशा मोबाइल हेल्थ एम्बुलेंस क्लिनिक के माध्यम से बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच कर दवा दी जा रही है। राहत सामग्री वितरण में मुख्यरूप से सोनी, अनीता, आशा, रामबचन, श्यामसुन्दर, मनीष, सुनील, विद्या, अमित, पंचमुखी समेत अन्य लोग शामिल रहे।