वाराणसी में ऑक्सीजनयुक्त कोविड बेड की संख्या 275 से बढ़कर हुई 650,असुविधा पर कर सकते हैं काशी कोविड रिस्पोंन्स सेंटर

वाराणसी में बेड की इस प्रकार की बढ़ोतरी के लिए केसीआरसी ने अथक प्रयास किये। बीएचयू सहित सभी स्थानिक अस्पतालों संस्थाओं एवं एजेन्सियों तथा राज्य एवं केन्द्र सरकार का सहयोग लिया गया है। ये सारे बेड आक्सीजन सहित कोविड के मरीजों के इलाज के लिए सभी प्रकार से सुविधायुक्त है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 07:49 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 07:49 PM (IST)
वाराणसी में ऑक्सीजनयुक्त कोविड बेड की संख्या 275 से बढ़कर हुई 650,असुविधा पर कर सकते हैं काशी कोविड रिस्पोंन्स सेंटर
मंगलवार को वाराणसी शहर में आक्सीजनयुक्त कोविड वेड की संख्या बढ़कर लगभग ढाई गुना हो चुकी है।

वाराणसी, जेएनएन। काशी कोविड रिस्पोंन्स सेन्टर (KCRC) के तत्वाधान में कोविड नियंत्रण की हो रही कार्यवाही के सन्दर्भ में एमएलसी एके शर्मा, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की टीम ने जनता को आश्वस्त किया है कि KCRC के प्रयासो से कोविड नियंत्रण का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है।  KCRC ने यह भी बताया कि वाराणसी के कोविद व्यवस्थापन के लिए प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं केंद्र तथा राज्य सरकार के संपूर्ण सहयोग से कार्यवाही चल रही है।

विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदेशानुसार उनके कार्यालय सहित भारत सरकार से  सहायता मिल रही है। लोगों को सुझाव दिया गया कि किसी भी परिस्थिति में KCRC से सम्पर्क करें जिनका नम्बर है

टोल फ्री सम्पर्क नम्बर- 1077 एवं 1800-180-5567  है ।

19 हंटिंग लाइन के साथ अन्य नंबर

0542.2221937 , 0542.2221939

0542.2221941 , 0542.2221942

0542.2221944 , 0542.2720005

इस प्रकार KCRC से अब एक ही साथ 19-20 लोग फोन करके बात कर सकते हैं । यह सेण्टर 24x7 कार्यरत कर दिया गया है। जनता की जानकारी के लिए यह भी बताया गया कि  01 अप्रैल 2021, जब कोरोना का दूसरा चरण सामने आया, उस समय वाराणसी में सरकारी एवं गैर सरकारी मिलाकर आक्सीजनयुक्त बेड की संख्या लगभग 275 थी। मंगलवार को वाराणसी शहर में आक्सीजनयुक्त कोविड वेड की संख्या बढ़कर लगभग ढाई गुना हो चुकी है।

इसमें प्रमुख बढोत्तरी निम्नांकित रूप से है

कैसर भाभा अस्पताल में नई सुविधा के तहत 100 बेड बढाये गये है।

बीएचयू ट्रामा सेन्टर में नई सुविधा के तहत 94 बेेड बढाये गये है।

डीएलडब्लू अस्पताल में 60 बेेड बढाये गये है।

ईएसआईसी अस्पताल में 40 बेेड बढाये गये है।

दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में 106 बेड बढाये गये है।

इन्फीनिटी अस्पताल में नये 50 बेड बढे है।

हेरीटेज हास्पिटल में 100 बेड बढाये गये है।

इसी प्रकार अन्य गैर सरकारी अस्पतालों को मिलाकर अन्य 100 बेड बढ़ाए गए है। इस प्रकार वर्तमान में आक्सीजनयुक्त कोविड बेड की संख्या 275 से बढकर 650 हो गयी है।

गौरतलब हो कि बेड की इस प्रकार की बढ़ोतरी के लिए केसीआरसी ने अथक प्रयास किये । बीएचयू सहित सभी स्थानिक अस्पतालों, संस्थाओं एवं एजेन्सियों तथा राज्य एवं केन्द्र सरकार का सहयोग लिया गया है। यह भी ज्ञात हो कि ये सारे बेड आक्सीजन सहित कोविड के मरीजों के इलाज के लिए सभी प्रकार से सुविधायुक्त है। उसी प्रकार आक्सीजन की व्यवस्था के बारे में ज्ञात हो कि आक्सीजन की देश व्यापी एवं राज्य व्यापी स्थिति को ध्यान में रखते हुए वाराणसी में कुछ विशेष प्रयास किये गये है। स्थानिक उद्योगों से 200 अतिरिक्त सिलिंडर प्राप्त करके स्थानिक रूप से ऑक्सीजन की व्यवस्था करके अस्पतालों को उपलब्ध कराया गया है। उपलब्ध सभी सिलिंडर जल्दी-जल्दी भरे जा सकें इसलिए ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था सुदृढ़ की गयी है। इसके उपरान्त अन्य राज्यों से सिलेण्डर निर्माताओं से सम्पर्क कर लगभग 400 सिलेण्डर मंगाया गया है, जो अगले चार दिनों में वाराणसी पहुंच जायेगा।

ऑक्सीजन की ज्यादा से ज्यादा उपलब्धि के लिए रात-दिन प्रयास जारी है। वाराणसी में अभी तक एचएफएनसी वेल्टीलेटर मात्र 54 उपलब्ध थे। औघोगिक CSR एवं भारत सरकार से समन्वय करके 35 अतिरिक्त एचएफएनसी वेल्टीलेटर मंगा लिये गये है; जो कार्यरत होने की प्रकिया में है। कुछ और एचएफएनसी वेल्टीलेटर सम्मिलित करने का प्रयास किया जा रहा है। इस प्रकार एचएफएनसी वेल्टीलेटर की उपलब्धता दो गुना से ज्यादा होने की  दिशा में हम अग्रसर हैं । Remdesvir जैसी दुर्लभ दवाओं सहित कोविड इलाज के लिए सभी आवश्यक दवायें जिले में उपलब्ध है। KCRC  द्वारा नागरिकों को पुनः आश्वस्त किया जाता है कि किसी प्रकार घबराने की आवश्यकता नही है । स्व-बचाव पर ध्यान देते हुए एवं नियम पालन का आग्रह करते हुए तथा शासन से सहयोग करते हुए स्थानिक प्रशासन एवं स्वास्थ्य सेवाओं पर भरोसा रखे। हम इस परिस्थिति से सफलता पूर्वक बाहर आएंगे।

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