बिजली समस्या से पहले अब कनेक्शन नंबर बताना होगा, बलिया में विभाग ने शुरू की अनूठी पहल
फाल्ट होने पर क्षेत्र पर तरह-तरह के दबाव बनाते हैं। ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाने की विभाग ने योजना बना ली है। अब बिजली समस्या है तो पहले उपभोक्ता को कनेक्शन नंबर बताना होगा। इसके बाद समस्या पर विभाग गंभीर होगा।
जागरण संवाददाता, बलिया। क्या आपके घर की बिजली गुल है। खंभे की लाइन में कोई गड़बड़ी आ गई है। कंट्रोल रुम अथवा इंजीनियर को शिकायत दर्ज कराना चाहते हैं तो सावधान हो जाइए। अब बिजली संकट तब दूर किया जा सकेगा, जब आप शिकायत के पहले अपना कनेक्शन नंबर बताएंगे। बिजली विभाग इस कवायद के जरिए चोरी पकड़ने में लगा है, इससे बिल भुगतान नहीं करने वालों पर दबाव बनेगा। बिना कनेक्शन नंबर कोई भी शिकायत स्वीकार नहीं की जाएगी। जिले में करीब 3.13 लाख उपभोक्ता पंजीकृत हैं, लेकिन अधिकांश लोग बिना कनेक्शन बिजली का इस्तेमाल कर रहे हैं।
फाल्ट होने पर क्षेत्र पर तरह-तरह के दबाव बनाते हैं। ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाने की विभाग ने योजना बना ली है। अब बिजली समस्या है तो पहले उपभोक्ता को कनेक्शन नंबर बताना होगा। इसके बाद समस्या पर विभाग गंभीर होगा। विभाग में किसी तरह की शिकायत करने पर पहले कनेक्शन नंबर मांगा जाएगा। उसे आनलाइन चेक कर बिल भुगतान को परखा जाएगा। बिल जमा न होने पर कनेक्शन विच्छेदन की कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए तुरंत विभाग की टीम उस क्षेत्र में पहुंच जाएगी।
15 फीसद उपभोक्ता करते मासिक बिल जमा
जिले में बिजली बिल भुगतान की स्थिति काफी खराब है। हर माह 55 करोड़ बिजली खरीदी जा रही है, लेकिन 13.13 करोड़ रुपये की वसूली हो पा रही है। 48 हजार उपभोक्ता मासिक बिल का नियमित भुगतान करते हैं, वसूली को बेहतर करने के लिए विभाग ने कई अभियान चलाया है। अब तो प्रत्येक बुधवार व शुक्रवार को विद्युत सेवा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बिल की त्रुत्रियों को ठीक करने के साथ ही नए कनेक्शन दिए जा रहे हैं।
विद्युत संबंधी शिकायत करने वालों का पहले कनेक्शन नंबर मांगा जाएगा
विद्युत संबंधी शिकायत करने वालों का पहले कनेक्शन नंबर मांगा जाएगा। आन लाइन इसकी जांच की जाएगी। बिल जमा न होने पर कनेक्शन का विच्छेदन तत्काल किया जाएगा। इससे कर्मचारियों को अनावश्यक दबाव से मुक्ति मिलेगी। वहीं कनेक्शनधारियों का फाल्ट तत्काल ठीक किया जाएगा।
-चंद्रेश कुमार उपाध्याय, अधिशासी अभियंता, विद्युत वितरण खंड द्वितीय