अब जल्द ही पोर्टल पर होगा बेरोजगारी का आंकड़ा, डिजिटल से जुड़ने से रहेगी परदर्शिता

सांख्यिकी निदेशक शिवम श्रीवास्तव ने कहा कि अब जल्द ही लोगों को बेरोजगारी व गरीबी का आंकड़ा पोर्टल पर उपलब्ध होगा। पोर्टल पर आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए कार्यशाला आयोजित की गई है। प्रतिमाह आंकड़ों को जल्द ही डिजिटल से जोड़ा जाएगा। डिजिटल से जुड़ने से परदर्शिता रहेगी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 08:01 PM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 08:01 PM (IST)
अब जल्द ही पोर्टल पर होगा बेरोजगारी का आंकड़ा, डिजिटल से जुड़ने से रहेगी परदर्शिता
श्रमिकों के प्रतिमाह तैयार किये गये आंकड़ों को जल्द ही डिजिटल से जोड़ा जाएगा।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। सांख्यिकी निदेशक शिवम श्रीवास्तव ने कहा कि अब जल्द ही लोगों को बेरोजगारी व गरीबी का आंकड़ा पोर्टल पर उपलब्ध होगा। पोर्टल पर आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए कार्यशाला आयोजित की गई है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वपूर्ण योजना है। भारत की बेरोजगारी का आंकड़ा को अंकित करने पारदर्शिता होती है। प्रदेश के पूर्वी व पश्चिम के क्षेत्रीय कार्यालयों के कर्मचारियों की कार्यशाला हुई। श्रम बल का सर्वेक्षण कर बेरोजगारी का आंकड़ा तैयार किया जाता है। श्रमिकों के प्रतिमाह तैयार किये गये आंकड़ों को जल्द ही डिजिटल से जोड़ा जाएगा। डिजिटल से जुड़ने से परदर्शिता रहेगी।

सांख्यिकी कार्यालय वाराणसी के सहायक निदेशक आर एन सिंह ने बताया कि राष्ट्र स्तर पर बेरोजगारी का आंकड़ा तैयार किया जाता है। इसी के अनुसार देश में युवाओं की बेरोजगारी निर्धारित की जाती है। इसमें हाईस्कूल के नीचे एंव हाईस्कूल से ऊपर वाले युवकों का आंकड़ा सग्रह कर दिल्ली मंत्रालय भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय कार्यालय वाराणसी से छह जिलों पर नजर रखी जाती है। जबकि वही आगरा क्षेत्रीय कार्यालय से अलीगढ़, मेरठ, आगरा व प्रयागराज से प्रयागराज, वाराणसी, आजमगढ़, गोरखपुर, फैजाबाद, जिलों में बेरोजगारी व श्रम बल का आंकड़ा संग्रह होता है।

किसी भी सर्वेक्षण की सफलता बहुत बड़े पैमाने पर सहयोग और सही सूचना पर करती है निर्भर

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय कार्यालय आगरा के तत्वावधान में शुक्रवार को सारनाथ स्थित एक होटल में क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज और आगरा के संयुक्त तत्वावधान में आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस)पैनल-3 के पुनश्चर्या क्षेत्रीय प्रशिक्षण सम्मेलन का आयोजन हुआ। उद्घाटन निदेशक सांख्यिकी मंत्रालय भारत सरकार शिवम श्रीवास्तव ने किया । इसमें संयुक्त निदेशक लखनऊ संयुक्त निदेशक विवेक श्रीवास्तव, उपनिदेशक अनुज सिंह प्रयागराज एवं प्रदेश के 40 जिलों के सांख्यिकी अधिकारियों समेत 35 क्षेत्रकर्मियों मौजूद रहे। अध्यक्षता निदेशक शिवाजी ने की।

बताया कि एक निश्चित छोटे समय अंतराल पर उपलब्धता के महत्व को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ( एनएसओ ) ने अप्रैल 2017 से पीएलएफएस शुरू किया था। उसके आधार पर भारत सरकार द्वारा एक मासिक बुलेटिन जारी किया जाता है । इसके लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में श्रमबल के आधार पर अनुपात डब्ल्यूआर श्रम दर ( एफपीआर) बेरोजगारी कार्य - उद्योग की व्यापक स्थिति के आधार पर श्रमिकों का वितरण आदि का अनुमान लगाया जाता है । । बुलेटिन और विस्तृत परिणाम मंत्रालय की वेबसाइट www.mospi.gov.in पर उपलब्ध है । आरएन सिंह सहायक निर्देशक वाराणसी ने बताया कि अखिल भारतीय स्तर पर एनएसओ के 49 क्षेत्रीय कार्यालय है । सम्मेलन में क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज के 23 और अगर के 17 जिले है । अंत में संयुक्त निदेशक विवेक श्रीवास्तव ने जोर देकर कहा की किसी भी सर्वेक्षण की सफलता बहुत बड़े पैमाने पर सहयोग और उनके द्वारा दी गयी सही सूचना पर निर्भर करती है ।

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