चंदौली में अब एक दिन में अधिकतम 30 रजिस्ट्री, पहले वेबसाइट पर आनलाइन लेना पड़ रहा डेट व टाइम स्लाट
कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सरकारी दफ्तरों में कामकाज का तरीका बदल गया है। रजिस्ट्रार दफ्तर में रोजाना अधिकतम 30 रजिस्ट्री का मानक तय कर दिया गया है। इससे अधिक रजिस्ट्री नहीं हो सकती। 50 फीसद कर्मचारियों को ही बुलाया जा रहा है।
चंदौली, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सरकारी दफ्तरों में कामकाज का तरीका बदल गया है। रजिस्ट्रार दफ्तर में रोजाना अधिकतम 30 रजिस्ट्री का मानक तय कर दिया गया है। इससे अधिक रजिस्ट्री नहीं हो सकती। 50 फीसद कर्मचारियों को ही बुलाया जा रहा है। ताकि शारीरिक दूरी के मानक का पालन कराया जा सके। जमीन की खरीद-बिक्री करने वालों को विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण कराकर आनलाइन डेट व टाइम स्लाट लेना पड़ रहा।
कोरोना संक्रमण आमजन के साथ दफ्तरों में काम करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों में भी फैल रहा है। ऐसे में कामकाज की प्रणाली में बदलाव किया गया है। खासतौर से रजिस्ट्रार दफ्तर में जमीन की रजिस्ट्री में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। शासन की ओर से रोजाना अधिकतम 30 रजिस्ट्री का मानक तय कर दिया गया है। एक दिन में इससे अधिक रजिस्ट्री नहीं हो सकती है। वहीं रजिस्ट्री कराने के लिए सिर्फ उतने की लोग रजिस्ट्रार आफिस जाएंगे, जिनकी प्रक्रिया के तहत जरूरत होगी। इसके लिए पहले विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण करना होगा। इसी दौरान डेट और टाइम स्लाट दिया जाएगा। उसी तिथि और समय पर लोगों को रजिस्ट्रार दफ्तर में जाकर जमीन का बैनामा करना होगा। यदि टाइम स्लाट के इतर पहुंचे तो बैरंग वापस लौटना पड़ सकता है। नई प्रणाली से रजिस्ट्रार दफ्तर में भीड़ काफी कम हो गई है।
रोजाना हो रहे 26-27 बैनामे
विभाग का मानक तो अधिकतम 30 का है। सदर उपनिबंधक कार्यालय में रोजाना 26-27 रजिस्ट्री हो रही है। इससे छह से सात लाख तक राजस्व की प्राप्ति हो रही है। टाइम स्लाट के अनुसार ही लोगों को जमीन खरीदने और बेचने की अनुमति दी जा रही है। वहीं 50 फीसद कर्मचारी ही बुलाए जा रहे हैं। उन्हें रोस्टर के मुताबिक दफ्तर बुलाया जा रहा है। सप्ताह में तीन-तीन दिन कर्मचारी बुलाए जा रहे हैं। साथ ही कोरोना से बचाव के मानकों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। ताकि संक्रमण न फैलने पाए।
50 फीसद कर्मचारियों को ही बुलाया जा रहा है
कोरोना काल में रजिस्ट्री के लिए मानक तय कर दिया गया है। इसके अनुसार अब रोजाना अधिकतम 30 रजिस्ट्री होगी। वहीं डेट व टाइम स्लाट के अनुसार ही लोग जमीन की खरीद-बिक्री कर सकते हैं। दफ्तर में पूरी एहतियात बरती जा रही है। 50 फीसद कर्मचारियों को ही बुलाया जा रहा है।
- रामसुंदर यादव, उपनिबंधक सदर