अब वाराणसी में सरकारी कार्यालय बनेंगे माॅडल, बेहतर कार्य करने वालों को मिलेगा अव्वल का खिताब
सरकारी कार्यालयों में अव्यवस्था का आलम नहीं रहेगा। वाराणसी में कार्यालय अब पूरी तरह अपडेट दिखेंगे। जिलाधिकारी की ओर से उक्त आशय का आदेश जारी कर दिया गया है। आदेश में कहा गया है कि कार्यालयों को पब्लिक फ्रेंडली बनाएं।
वाराणसी, जेएनएन। सरकारी कार्यालयों में अव्यवस्था का आलम नहीं रहेगा। कार्यालय अब पूरी तरह अपडेट दिखेंगे। जिलाधिकारी की ओर से उक्त आशय का आदेश जारी कर दिया गया है। आदेश में कहा गया है कि कार्यालयों को पब्लिक फ्रेंडली बनाएं। स्वच्छता के सभी मानक को पूरा कराएं। किसी कोने में गदंगी न दिखे। जरूरत अनुसार डस्टबिन रखें। शौचालय आदि की नियमित सफाई कराएं। साथ ही जनता की समस्याओं को तरजीह दें।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी कार्यालयों की जांच होगी। स्वच्छता मिशन के मापदंड पर खरा उतरने वाले कार्यालयों को पुरस्कार दिया जाएगा। साथ ही मॉडल कार्यालय का खिताब भी मिलेगा।
तीन सदस्यीय कमेटी गठित
जिलाधिकारी ने कार्यालयों की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है। जांच कमेटी में विभागाध्यक्ष को प्रमुख जिम्मेदारी सौंपी है। इसके अलावा स्वास्थ्य व स्वच्छता मिशन से जुड़े अफसर को भी शामिल किया गया है। कमेटी से जुड़े अधिकारी अपने कार्यों के साथ ही सप्ताह में तीन दिन कार्यालय की जांच करेंगे। कमियों को लेकर अल्टीमेटम देंगे। सुधार का मौका देंगे। तय अवधि में अधूरे कार्यो को पूरा करना होगा। टीम मानक भी बताएगी। इसके अलावा स्वास्थ्य को लेकर भी विभागीय कर्मियों व अधिकारी को जरूरी नसीहत दी।
शिकायतों की सुनवाई को दो घंटा
शासन ने एक बार फिर सभी विभागों को निर्देशित किया है कि कार्यकाल में सुबह 10 से दोपहर 12 के बीच जनता की शिकायतों को सुनें। समस्या को गंभीरता से लेते हुए निस्तारित करें। जरूरत पर मौका मुआयना भी करेंगे। शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान दें। शासन ने यह भी कहा है कि बहुतायत शिकायतों का निस्तारण हो रहा है लेकिन इस पर भी शिकायत हो रही है कि सिर्फ कागजी कोरम पूरा किया गया। न ही कोई मौके पर आया न ही सही ढंग से जांच की। इस तरह की गड़बडिय़ां नहीं आनी चाहिए।