अब वाराणसी के पिशाच मोचन तालाब में कर सकेंगे बोटिंग, नगर निगम ने शुरू की तैयारी

वाराणसी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नगर निगम प्रशासन ने पिशाच मोचन तालाब में बोटिंग सुविधा शुरू करने की तैयारी की है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 11:30 AM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 04:35 PM (IST)
अब वाराणसी के पिशाच मोचन तालाब में कर सकेंगे बोटिंग, नगर निगम ने शुरू की तैयारी
अब वाराणसी के पिशाच मोचन तालाब में कर सकेंगे बोटिंग, नगर निगम ने शुरू की तैयारी

वाराणसी, जेएनएन। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नगर निगम प्रशासन ने पिशाच मोचन तालाब में बोटिंग सुविधा शुरू करने की तैयारी की है। पितृपक्ष के दृष्टिगत बुधवार को तालाब का मुआयना करने पहुंचे नगर आयुक्त गौरांग राठी ने नौकायन शुरू करने के लिए अफसरों को निर्देश दिए। कहा, तालाब किनारे निगम की जमीन की पैमाइश व बैरिकेडिंग कराने संग आधुनिक शौचालय बनवाएं। इसके अलावा आकर्षक लाइटिंग की व्यवस्था कराई जाए।

दक्षिणी भाग में टूटा प्लेटफार्म दुरुस्त कराने के निर्देश

उन्होंने तालाब के दक्षिणी भाग में टूटा प्लेटफार्म दुरुस्त कराने के निर्देश दिए। कहा बैरिकेडिंग कर चेतावनी बोर्ड लगाने के साथ प्लेटफार्म पर महिलाओं को वस्त्र बदलने के लिए स्थाई चेंजिंग रूम बनवाएं। तालाब के उत्तरी भाग पर गोबर व अन्य गंदगी मिलने पर नाराजगी जताई। गंदगी करने वालों को नोटिस देने के निर्देश दिए। तालाब के उत्तरी भाग पर अतिक्रमण हटाने से पहले पैमाइश कराने को कहा। इस मौके पर पार्षद बृजराज कुंवर श्रीवास्तव, अधिशासी अभियंता अरविंद कुमार श्रीवास्तव, अवर अभियंता श्रवण कुमार, सीएनडीएस के अवर अभियंता अरविंद आदि थे।

संवरेगा गुरुधाम कालोनी का पार्क

नगर आयुक्त ने बुधवार को गुरुधाम कालोनी स्थित पार्क का भी मुआयना किया। गुरुधाम नागरिक समिति के पदाधिकारियों के साथ वार्ता की। पार्क की दीवार, रेलिंग, गेट, बैठने के लिए सीमेंट बेंच, बोरिंग व पाथ-वे को जरूरी बताया गया। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व अपनी पौराणिकता और आध्यामिकता के लिए दुनिया भर में विख्यात काशी में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए 10 प्राचीन कुंडों को संवारने के साथ ही सुंदरीकरण करने का निर्णय लिया गया था। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी अपने प्राचीन पोखरों तथा कुंडों के लिए विश्व विख्यात है। दुर्गा कुंड जैसे धार्मिक महत्व वाले कुंडों पर तो खास पर्वों पर लाखों लोगों की भीड़ जुटती है। वैसे भी हजारों पर्यटक दुर्गा कुंड और पिशाच मोचन समेत ऐसे धार्मिक कुंडों पर रोज ही पहुंचते हैं। फिलहाल कोरोना संक्रमण के भय के कारण यहां लोग बहुत कम जा रहे हैं।

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