वाराणसी में अब किसान खेतों में लगा सकेंगे सोलर कोल्ड स्टोरेज, सब्जियों और फलों के निर्यात में मिलेगी मदद

कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण के रीजनल ऑफ़िसर एजीएम डॉ सीबी सिंह ने बताया कि किसानों की सबसे बड़ी समस्या अपने उत्पादों को सुरक्षित रखने की होती है। सब्जियों को जल्दी खराब होने के डर से ज्यादातार किसान अपने उत्पादों को सस्ते में बेच देते है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 06:10 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 06:10 PM (IST)
वाराणसी में अब किसान खेतों में लगा सकेंगे सोलर कोल्ड स्टोरेज, सब्जियों और फलों के निर्यात में मिलेगी मदद
पूर्वांचल के किसानों की सब्जियां और फल अब जल्दी खराब नहीं होंगी। वे खेतों में ही कोल्ड स्टोरेज लगा सकेंगे।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। पूर्वांचल के किसानों की सब्जियां और फल अब जल्दी ख़राब नहीं होंगी। वे अपने खेतों में ही कोल्ड स्टोरेज लगा सकेंगे। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्था ने एक ऐसा फ्रिज विकसित किया है। जो काफ़ी किफ़ायती है, और उसे चलाने का खर्च शून्य है। इस सोलर फ्रिज की क्षमता 5 टन तक की है। जिसमे 10 दिनों तक पेरिशेबल उत्पाद खराब नहीं होंगे। इसका सबसे बड़ा फायदा किसानों को अपने उत्पादों के निर्यात में होगा। योगी सरकार के किसानों की आय दुगनी करने की योजना में ये मील का पत्थर साबित होगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का किसानों के लिया गया प्रयास अब रंग लाने लगा है। पूर्वांचल खाद्य पदार्थों का हब बनता जा रहा है। पूर्वांचल की हरी सब्जियां और फ़ल का स्वाद विदेशियों को भाने लगा है। किसानों के उत्पाद जल्दी ख़राब न हो और उसकी लाइफ बनी रही है। इसके लिए भारतीय कृषि अनुसंधान संस्था ने अमेरिका के मिशिमन विश्विद्यालय से तकनीकी सहयोग प्राप्त करके सोलर फ़्रिज या सोलर कोल्ड स्टोरेज बनाया है।

कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा ) के रीजनल ऑफ़िसर एजीएम डॉ सी.बी. सिंह ने बताया कि किसानों की सबसे बड़ी समस्या अपने उत्पादों को सुरक्षित रखने की होती है। सब्जियों को जल्दी ख़राब होने के डर से ज्यादातार किसान अपने उत्पादों को सस्ते में बेच देते है। सोलर फ्रिज के होने से उनकी वे अपने उत्पाद को होल्ड करके अपने रेट पर बेच पाएंगे। और अपने उत्पाद का निर्यात भी कर सकेंगे। जिससे उनकी आय में इज़ाफ़ा होगा।

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्था ने इस नई तकनीक के प्रचार प्रसार के लिए एपीडा व यूथ रूरल एंटरप्रेन्योरशिप फाउंडेशन से गठबंधन किया है। फाउंडेशन के सीईओ सुनील सिंह ने बताया कि ये फ्रिज या कोल्ड स्टोरेज काफ़ी किफ़ायती है और ऑपरेटिंग कॉस्ट शुन्य है। प्री -फैब्रिकेटेड होता होता है। पक पैनल से बना होता है। और इंसुलेटेड होता है। दो से पांच टन की क्षमता का सन पांच से छह लाख तक की कीमत का है। इसमें 10 से 12 दिनों तक सब्जियों ताजी बनी रहती है। इस सोलर कोल्ड स्टोरेज तकनीक में बैटरी की और बजली की ज़रूरत नहीं पड़ती है।

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