अब डिग्री के साथ करें सर्टिफिकेट कोर्स, काशी विद्यापीठ ने किया एडटेक कंपनी यंग स्किल इंडिया से समझौता
प्रोफेशन एंड लाइफ स्किल ट्रेनिंग सर्टिफिकेट शुरू करने के लिए विद्यापीठ व भारत सरकार की एडटेक कंपनी यंग स्किल इंडिया (वाईएसआइआइडी सोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड) से समझौता भी हो चुका है। एमओयू के तहत रोजगारपरक सर्टिफिकेट यह कोर्स की अवधि तीन से छह माह का होगा।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। नई शिक्षा नीति के तहत महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्र अब डिग्री के साथ-साथ रोजगारपरक सर्टिफिकेट कर कोर्स भी सकते हैं। प्रोफेशन एंड लाइफ स्किल ट्रेनिंग सर्टिफिकेट शुरू करने के लिए विद्यापीठ व भारत सरकार की एडटेक कंपनी यंग स्किल इंडिया (वाईएसआइआइडी सोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड) से समझौता भी हो चुका है। एमओयू के तहत रोजगारपरक सर्टिफिकेट यह कोर्स की अवधि तीन से छह माह का होगा। वहीं ट्रेनिंग सर्टिफिकेट कोर्स के लिए विद्यार्थियों को अलग से शुल्क देना होगा।
आइक्यूएससी के समन्वयक प्रो. कृपा शंकर जायसवाल ने बताया कि सर्टिफिकेट कोर्स में कक्षाएं आनलाइन चलेंगी। आनलाइन कक्षाएं संचालित करनेे के कारण शुल्क काफी कम रखा जाएगा। यह कोर्स में करीब 90 फीसद प्रायोगिक पर आधारित है। इसमें विद्यार्थियों को इंग्लिश कम्युनिकेशन, प्रेजेंटेशन स्किल्स , एनालिटिकल स्किल्स, टाइम मैनेजमेंट, ईमेल स्किल्स, कनफ्लिक्ट मैनेजमेंट, जाब इंटरव्यू स्किल्स, स्व स्किल्स, एचआर के साथ नेटवॄकग, इंटर्नशिप, प्लेसमेंट सहित अन्य के गुण भी मैनेजमेंट व इंडस्ट्री से जुड़े विशेषज्ञ सिखाएंगे। इसके अलावा विद्यार्थियों को वर्कशाप, वेबिनार, सोशल मीडिया कैंपनिंग के माध्यम से विद्याॢथयों को प्रोत्साहित किया जाएगा। यह कोर्स का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को रोजगारपरक शिक्षा से जोडऩा है। कहा कि प्रोफेशनल लाइफ स्किल्स ट्रेनिंग सॢटफिकेट कोर्स से युवाओं आत्मविश्वास का संचार होगा। विद्यार्थी स्टार्टअप के माध्यम से दूसरों को रोजगार देने मे सक्षम होंगे। ऐसे में जहां शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। साथ ही नैक व यूजीसी की अपेक्षा के अनुसार 75 फीसद युवाओं को रोजगार के लिए तैयार किया किया जा सकेगा।