अब सरकारी विद्यालयों के बच्चों को भी मिलेगा इंजीनियर और डॉक्टर बनने का प्लेटफार्म

बच्चों में मेधा की कमी नहीं है। कई बच्चों को उचित प्लेटफार्म न मिल जाने के कारण उनकी मेधा समाज के सामने नहीं आ पाती है। इसे देखते हुए परिषदीय विद्यालयों के मेधावी बच्चों को भी मुफ्त इंजीनियरिंग व मेडिकल की कोचिंग की सुविधा देने का निर्णय लिया गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 31 Mar 2021 05:24 PM (IST) Updated:Wed, 31 Mar 2021 05:24 PM (IST)
अब सरकारी विद्यालयों के बच्चों को भी मिलेगा इंजीनियर और डॉक्टर बनने का प्लेटफार्म
परिषदीय विद्यालयों के मेधावी बच्चों को भी अब मुफ्त इंजीनियरिंग व मेडिकल की कोचिंग की सुविधा मिलेगी।

वाराणसी, जेएनएन। बच्चों में मेधा की कमी नहीं है। कई बच्चों को उचित प्लेटफार्म न मिल जाने के कारण उनकी मेधा समाज के सामने नहीं आ पाती है। इसे देखते हुए परिषदीय विद्यालयों के मेधावी बच्चों को भी अब मुफ्त इंजीनियरिंग व मेडिकल की कोचिंग की सुविधा देने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत जनपद के एक प्रतिष्ठित कोचिंग से समझौता किया गया है। कोचिंग ने उच्च प्राथमिक विद्यालय के दस बच्चों को प्रवेश परीक्षाओं की मुफ्त तैयारी कराने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। ऐसे में मुफ्त कोचिंग की सुविधा मिलने से उनकी मेधा में निखार आएगा। साथ ही इंजीनियर व डॉक्टर बनने ताना-बाना बुन रहे देख रहे गरीब बच्चों सपना भी साकार होगा।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने बताया कि उपचारात्मक शिक्षा के तहत पढऩे में कमजोर बच्चों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा मिशन प्रेरणा के तहत बच्चों का लर्निंग लेवल कक्षा के अनुरूप बनाने का भी अभियान जारी है। इस क्रम में नगर के एक प्रतिष्ठित कोचिंग ने कक्षा आठ के दस मेधावी बच्चों को इंजीनियरिंग व मेडिकल की कोचिंग मुफ्त देने का निर्णय लिया है। यह कोचिंग संस्थान कक्षा आठ उत्तीर्ण करने वाले दस बच्चों को चार वर्ष तक मुफ्त इंजीनियरिंग व मेडिकल की तैयारी कराएगा। इसके तहत सभी ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारियों से  20-20 मेधावी बच्चों की सूची तलब की गई है। 100 बच्चों में से 10 बच्चों का चयन टेस्ट के माध्यम होगा। कहा कि परिषदीय विद्यालयों में ज्यादातर बच्चे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के अध्ययन करते हैं। इन बच्चों के पास किताब-कापी जैसी बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव रहता है। बीएसए ने बताया कि मेधावी बच्चों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कोचिंग संस्थान को मेधावी बच्चों की जल्द से ही सौंप दी जाएगी।

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