ट्रांसपोर्टरों से पांच साल तक नहीं लिया जाए कोई टैक्स, बनारस टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर एसोेसिएशन ने बैठक कर उठाई मांग

कोविड-19 ने टूरिस्ट ट्रांसपोर्टरों की कमर तोड़कर रख दी है। लग्जरी गाड़ियां नहीं चलने से खराब होती जा रही है। बैंक से फाइनेंस वाहनों का ब्याज अलग से देना पड़ रहा है। ऐेसे में कोविड अवधि का बैंक से ब्याज माफ किया जाए।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 05:30 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 05:30 PM (IST)
ट्रांसपोर्टरों से पांच साल तक नहीं लिया जाए कोई टैक्स, बनारस टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर एसोेसिएशन ने बैठक कर उठाई मांग
नदेसर स्थित पीसीएफ प्लाजा में बनारस टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर एसोेसिएशन की बैठक

वाराणसी, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के चलते पर्यटन उद्योग चौपट हाे गया है। इसका सबसे ज्यादा असर होटल के साथ टूरिस्ट  ट्रांसपोर्टरों पर पड़ा है। पिछले साल मार्च से टूरिस्ट वाहनों का पहिया एक कदम ढोला नहीं है। वाहनों के खड़े होने से कई सामग्री नष्ट हो गई है। बैट्री बैठने के साथ टायर चलने लायक नहीं है। लग्जरी बसों के संचालन से पहले एक-एक बसों में कम से कम एक लाख रुपये लगेंगे। साथ ही टूरिस्ट गाड़ी मालिकों की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई है। ऐसे में प्रदेश सरकार टूरिस्ट  ट्रांसपोर्टरों को 20-20 लाख रुपये लोन दे। साथ में उनसे पांच साल तक कोई टैक्स नहीं लिया जाए। सोमवार को नदेसर स्थित पीसीएफ प्लाजा में बनारस टूरिस्ट  ट्रांसपोर्टर एसोेसिएशन ने बैठक कर यह मांग उठाई।

एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने कहा कि कोविड-19 ने टूरिस्ट ट्रांसपोर्टरों की कमर तोड़कर रख दी है। लग्जरी गाड़ियां नहीं चलने से खराब होती जा रही है। बैंक से फाइनेंस वाहनों का ब्याज अलग से देना पड़ रहा है। ऐेसे में कोविड अवधि का बैंक से ब्याज माफ किया जाए। परिवहन विभाग में फिटनेस, टैक्स, इंश्योरेंस और कर्मचारियों की वेतन अलग से देना पड़ रहा है। महामंत्री प्रकाश जायसवाल ने कहा कि देसी-विदेशी पर्यटकों का आवागमन पूरी तरह से बंद है। वैश्विक महामारी में कोई यात्रा भी नहीं करेगा लेकिन टैक्स बनाता जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक साल से वाहनों के नहीं चलने से उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ चुकी है। चालकों-परिचालकों और उनके ट्रेवेल्स में काम कर रहे कर्मचारियों को आर्थिक सहायत दी जाए। ट्रांसपाेर्टर शशि प्रताप सिंह ने कहा कि ट्रांसपोटरों की समस्याओं और उनकी मांगों पर प्रदेश सरकार ने शीघ्र विचार नहीं किया तो हम सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे। बैठक में प्रभाकर पांडेय, विनोद कुमार सिंह, सुनील सिंह, गौरव सिंह, आलोक सिंह डब्लू, अनुराग सिंह, विनय सिंह, त्रिलोकी सिंह आदि मौजूद थे।

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