ईवीएम की प्रथम फर्स्ट लेवल चेकिंग में न्यौता के बाद भी नहीं आए वाराणसी के कोई जनप्रतिनिधि
विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। इसी क्रम में पहडिय़ा मंडी में ईवीएम की फर्स्ट लेवल चेकिंग हुई। अब दूसरे एलएलसी की तैयारी है। चुनाव के दौरान ईवीएम पर खासा आरोप लगाए जाते हैं। कुछ राजनीतिक दल तो ईवीएम के वोटिंग पर भी संदेह व्यक्त कर चुके हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। इसी क्रम में पहडिय़ा मंडी में ईवीएम की फर्स्ट लेवल चेकिंग (एफएलसी) हुई। अब दूसरे एलएलसी की तैयारी है। चुनाव के दौरान ईवीएम पर खासा आरोप लगाए जाते हैं। कुछ राजनीतिक दल तो ईवीएम के वोटिंग पर भी संदेह व्यक्त कर चुके हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए निर्वाचन आयोग के निर्देश पर ईवीएम की जांच भी खुले में की जा रही है। जांच से पूर्व सभी पार्टियों को पत्र भेजकर इसकी जानकारी दी गई थी। अनुरोध किया गया था कि इंजीनियर इस तारीख से जांच को आ रहे हैं। आप, जांच की प्रक्रिया देख सकते हैं। अपना सुझाव भी दे सकते हैं।
एक पखवारा पहले पहडिय़ा मंडी स्थित स्ट्रांग रूम से ईवीएम निकाल कर खुले में भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटिड यानी भेल के 12 इंजीनियरों की देखरेख में 80 कर्मचारियों ने ईवीएम की जांच की लेकिन जांच के दौरान किसी भी महत्वपूर्ण पार्टी के पदाधिकारी उपस्थित नहीं हुए। 5000 मशीनों की एफएलसी हुई। जांच में 2660 बैलेट यूनिट व 1370 कंट्रोल यूनिट ठीक मिले। 239 कंट्रोल यूनिट व 69 बैलेट यूनिट को रिजेक्ट किया गया है। वीवीपैट की एफएलसी भी शीघ्र शुरू होनी है। इसके बाद सेंकेड लेवल की भी जांच होगी।