तन ढकने के लिए पूरे कपड़े नहीं , चेहरे पर मास्क नहीं लेकिन शराब लेने के लिए दुकान के बाहर कतार

कोरोना बंदी के कारण 11 दिन से बंद शराब की दुकानें मंगलवार को खोल दी गईं। इसकी जानकारी होते ही शौकीनों की भीड़ दुकानों पर उमड़ पड़ी। तीखी धूप में लोग घंटों कतार लगाकर अपनी बारी का इंतजार करते दिखे।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 12:16 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 11:23 PM (IST)
तन ढकने के लिए पूरे कपड़े नहीं , चेहरे पर मास्क नहीं लेकिन शराब लेने के लिए दुकान के बाहर कतार
शराब लेने के लिए लक्सा क्षेत्र में देशी शराब की दुकान के बाहर कतार में खड़े है लोग।

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना बंदी के कारण 11 दिन से बंद शराब की दुकानें मंगलवार को खोल दी गईं। इसकी जानकारी होते ही शौकीनों की भीड़ दुकानों पर उमड़ पड़ी। तीखी धूप में लोग घंटों कतार लगाकर अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। पुन: बंदी की आशंका से तमाम लोगों कई दिनों के लिए स्टाक सुरक्षित कर लिया है। शराब पाने की इतनी जल्दी थी कि लोगों ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण से बचने के लिए शारीरिक दूरी का पालन करना भी भूल गए। इतना ही नहीं किराना आदि छोटे दुकानदारों पर धौंस दिखाने वाले अधिकारी भी अनदेखी कर रहे हैं।

यूपी के बनारस समेत कुछ जिलों में जिलाधिकारियों ने एक बजे दिन तक शराब की दुकानें और बाकी जरूरी सामानों की दुकानें खोलनी की इजाजत दी है। आबकारी सूत्रों के मुताबिक कर्फ्यू का फैसला करते वक्त सरकार की तरफ से आबकारी की दुकानें को बंद करने का कोई आदेश नहीं था।  लेकिन पिछले कई दिनों से दुकानें बंद चल रही है। जिसकी वजह से दुकानदारों ने आपत्ति दर्ज करायी थी। एसोसिएशन ने आबकारी विभाग से दुकानों को खोलने की परमीशन देने के लिये कहा है। इसी क्रम में अपने विवेकाधीन फैसले के तहत जिले के जिलाधिकारी शराब की दुकाने खोलने की इजाज़त दे सकते हैं।

कोरोना संक्रमण के बीच तीन सप्ताह बाद मंगलवार को शराब की दुकानें खुलीं तो लोग कोरोना कर्फ्यू को भुला कर बिना मास्क के दुकानों पर पहुंच खरीदारी करने लगे। वहीं कुछ लोगों ने मौके का फायदा उठाया और जिसके हाथ जितना आया अधिक से अधिक खरीद कर स्टॉक कर लिए। यही नही पर दुकानें बंद होने के निर्धारित समय के बाद भी जमकर बिक्री हुई। जनपद में शराब की दुकानें सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक खोल दी गई हैं। शराब की दुकान खुलते ही लोग कोरोना कर्फ्यू का पालन भूल कर बिना मास्क के शराब की दुकानों पर कतार में खड़े हो गए। सारनाथ क्षेत्र के आशापुर, लेदुपुर, नई बाजार, पंचकोसी सहित अन्य जगहों शराब की दुकानों पर बिना मास्क के पहुंचकर खरीदारी करने लगे। शराब के शौकीनों ने एक साथ कई बोतले खरीद कर स्टॉक बना लिया है। तो कुछ लोगो ने शराब की दुकानों पर पैसा जमा कर अग्रिम बुकिंग करा रखे हैं। यही नही क्षेत्र के लेदुपुर, आशापुर, में तो बंद होने के निर्धारण समय एक बजे के बाद भी शराब की बिक्री हुई।

11 दिन बाद शराब की दुकानें खुलते ही 75 लाख की बिक्री

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए तीन चरणों में लाकडाउन लगाया गया था। 11 दिन बाद शराब की दुकानें खुलते ही शौकीनों की भीड़ लग गई। कोविड के नियमों का उल्लंघन होता देख स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शारीरिक दूरी का पालन कराया। वहीं जिला आबकारी अधिकारी करुणेद्र सिंह ने बताया की आम दिनों में डेढ़ से दो करोड़ शराब की बिक्री होती है। मंगलवार को सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक तीन घंटे के लिए शराब की दुकानें खुलीं। इस दौरान करीब 75 लाख की बिक्री हुई है।सुबह शराब की दुकानें खुलते ही जबरदस्त भीड़ उमड़ी। इससे हालात खराब होने लगे तो चेतगंज, लक्सा, शिवपुर, मैदागिन, लंका सहित कई जगहों पर पुलिस को लाठी पटक कर भीड़ को तितर - बितर किया और लाइन लगवाकर शराब बिकवाई। सारनाथ क्षेत्र के आशापुर, लेदुपुर, नई बाजार, पंचकोसी सहित अन्य जगहों शराब की दुकानों पर बिना मास्क के पहुंचकर लोग खरीदारी करने लगे।

शराब के शौकीनों ने एक साथ कई बोतले खरीद कर स्टॉक बना लिया है। यही नहीं निर्धारित समय के बाद भी शराब की बिक्री हुई। सेवापुरी प्रतिनिधि के मुताबिक क्षेत्र में दुकानों पर शराब खरीदने वालों की लंबी भीड़ देखी गई। दुकान खुलते ही कोविड के नियमों की परवाह किए बिना भागे और जिससे जितना बन सका उतना शराब की खरीददारी कर अपने साथ ले गए। हालात यह हुआ कि दो घंटे में ही कई ठेकों पर शराब का स्टॉक ही खत्म हो गया। पड़ोसी जनपद भदोही में शराब की दुकान न खुलने से वहां के भी शौकीन अपना रूख कपसेठी थाना क्षेत्र में पडऩे वाली दुकानों की तरफ कर लिए जिससे भीड़ और बढ़ गई।

chat bot
आपका साथी