NITI Aayog की टीम पायलट प्रोजेक्ट परखने के लिए 17 को वाराणसी आएगी, सभी से लेंगे फीडबैक

नीति आयोग की टीम पायलट प्रोजेक्ट परखने के लिए 17 को वाराणसी आएगी। 31 अगस्त तक सेवापुरी ब्लाक के 87 गांव को संतृप्त करने का लक्ष्य तय किया गया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 09:23 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jul 2020 09:48 AM (IST)
NITI Aayog की टीम पायलट प्रोजेक्ट परखने के लिए 17 को वाराणसी आएगी, सभी से लेंगे फीडबैक
NITI Aayog की टीम पायलट प्रोजेक्ट परखने के लिए 17 को वाराणसी आएगी, सभी से लेंगे फीडबैक

वाराणसी, जेएनएन। नीति आयोग की टीम 11 जुलाई को 55 घंटे का प्रतिबंध लागू हो जाने की वजह से आदर्श ब्लाक सेवापुरी की जमीनी हकीकत जानने नहीं आ सकी। अब टीम पांच दिनी सप्ताह के कार्य दिवस शुक्रवार 17 जुलाई को आएगी। नीति आयोग ने ग्रामीण विकास को संतृप्त करने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट बनाया है। इसमें विकास और लाभपरक योजनाओं से 31 अगस्त तक सेवापुरी ब्लाक के 87 गांव को संतृप्त करने का लक्ष्य तय किया गया है। इस लक्ष्य को पूरा करने में क्या दुश्वारियां आ रही हैं। इसे जानने के लिए आयोग की टीम सेवापुरी पहुंचेगी। वे दो गांव जोगियापुर और बेसहूपुर की गलियों, पगडंडियों पर उतर कर पड़ताल करेंगे। इसमे केंद्र व प्रदेश सरकार की ग्राम्य विकास से संबंधित आला अधिकारी भी शामिल होंगे ।

नीति आयोग ने 90 दिन के अंदर किसी एक विकास खंड के सभी गांवों में विकास कार्य पूरे कर लाभार्थी योजनायों को हर पात्र तक पहुंचाने का एक प्रोजेक्ट बनाया। इसके लिए प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र के सेवापुरी ब्लाक का चयन किया गया। ये पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा तो अन्य प्रदेशों में बारी बारी से लागू किया जाएगा। नीति आयोग अभी तक प्रोजेक्ट की जानकारी देने और लेने के लिये वीडियो कांफ्रेंसिंग का सहारा लेता था। अब वह स्वयं मौके पर पहुचेंगे। वे गांव के सबसे निचले कर्मी रोजगार सेवक से लेकर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से मिलेंगे।          

आयोग का कार्यक्रम

नीति आयोग की टीम 17 जुलाई को सुबह नई दिल्ली से बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेगी। वहां से सीधे ब्लॉक मुख्यालय पहुंचेगी। अधिकारियों के साथ बैठक और पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन से तैयारियों और कार्यों का की जानकारी लेगी। इसके बाद जोगियापुर व बेसहुपुर गांव में जाएंगे। वहां पर नागरिकों, गांव में काम करने वाले रोजगार सेवक, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकत्री, स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आदि से मुलाकात कर फीडबैक लेंगे। इसके बाद वहां चल रहे कार्यों का भी निरीक्षण करेंगे।

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