मऊ में ट्रेन ने एक दर्जन बंदरों को रौंदा तो नौ बंदरों ने तोड़ा दम, मृत बंदरों का किया अंतिम संस्कार

किन्नूपुर गांव के समीप रेल की पटरी पर काफी देर से बंदर सुबह घूम रहे थे। सुबह सात बजे के करीब बंदर का छोटा बच्चा ट्रैक में फंस गया। इसे निकालने के लिए एक दर्जन बंदर दौड़ पड़े। काफी मशक्कत के बाद यह छोटे बच्चे को नहीं निकाल पाए।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 01:39 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 01:39 PM (IST)
मऊ में ट्रेन ने एक दर्जन बंदरों को रौंदा तो नौ बंदरों ने तोड़ा दम, मृत बंदरों का किया अंतिम संस्कार
एक दर्जन बंदर गोरखपुर से वाराणसी जा रही इंटरसिटी ट्रेन की चपेट में आ गए।

मऊ, जेएनएन। परदहां ब्लाक के किन्नूपुर गांव के समीप एक दर्जन बंदर गोरखपुर से वाराणसी जा रही इंटरसिटी ट्रेन की चपेट में आ गए। इससे नौ बंदरों की मौके पर ही कटकर मौत हो गई जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। ग्रामीणों ने घायल बंदरों का डाक्टर बुलाकर उपचार कराया तथा मृत बंदरों का दाह संस्कार कर दिया।

किन्नूपुर गांव के समीप रेल की पटरी पर काफी देर से बंदर सुबह घूम रहे थे। सुबह सात बजे के करीब अचानक एक बंदर का छोटा बच्चा ट्रैक में फंस गया। इसे निकालने के लिए एक दर्जन बंदर दौड़ पड़े। काफी मशक्कत के बाद यह छोटे बच्चे को नहीं निकाल पाए। उसे निकालने की कोशिश में लगे ही थे कि तब तक वाराणसी जाने वाली इंटरसिटी ट्रेन आ गई। इसकी वजह से एक दर्जन बंदर उसकी चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद ट्रेन अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गई।

बंदरों का छटपटाता देख आस-पास के लोग तत्काल मौके पर पहुंचे। सूचना पर तहसीलदार सदरव पुलिस की 100 डायल पुलिस भी पहुंच गई। सूचना पर नगर पालिका की पशु अस्पताल की टीम मौके पर पहुंची और घायल तीन बंदरों का उपचार किया। इस बीच नौ बंदरों की मौत हो गई। इसके बाद विवेक सिंह एडवोकेट, मंतोष पांडेय, अंकित पांडेय, आदर्श सिंह, अंशुमान सिंह, सोनू यादव, राहुल सिंह, अनुभव पांडेय ने मिलकर मृत सभी बंदरों का दाह संस्कार कराया। इस दौरान इन लोगों ने वन विभाग के अधिकारी को फोन भी किया लेकिन उनका फोन नहीं उठा। इससे लोग आक्रोशित रहे।

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