वाराणसी में नौ देवी स्‍वरूप कन्याएं बोलीं - 'जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं'

वाराणसी शहर में नौ देवी के स्‍वरूप के तौर पर कन्याओं ने कोरोना से बचाव का संदेश दिया। इस दौरान कुमारी पूजन में श्रद्धा के ‌साथ सामाजिक सरोकार भी दिखे। अष्टमी पर देवी के आठवें स्वरूप महागौरी के पूजन के उपरांत नमामि गंगे की ओर से कन्या पूजन किया गया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 12:18 PM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 12:18 PM (IST)
वाराणसी में नौ देवी स्‍वरूप कन्याएं बोलीं - 'जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं'
वाराणसी शहर में नौ देवी के स्‍वरूप के तौर पर कन्याओं ने कोरोना से बचाव का संदेश दिया।

वाराणसी, जेएनएन। शहर में नौ देवी के स्‍वरूप के तौर पर कन्याओं ने कोरोना से बचाव का संदेश दिया। इस दौरान कुमारी पूजन में श्रद्धा के ‌साथ सामाजिक सरोकार भी दिखे। अष्टमी तिथि पर देवी के आठवें स्वरूप महागौरी के पूजन के उपरांत नमामि गंगे की ओर से कन्या पूजन किया गया।

कन्याओं को हलवा, पूड़ी, सब्जी, चने की घुघरी और मिष्ठान का भोग लगाया गया। कन्‍याओं काे दक्षिणा और उपहार दिए गए। पूजन के दौरान कोरोना से बचने का संदेश देते हुए कन्याओं में मास्क और सैनिटाइजर का वितरण हुआ। दुर्गा स्वरूप कुंवारी कन्याओं ने हाथों में तख्तियां लेकर  "जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं"  का संदेश दिया। 'दो गज की दूरी मास्क है जरूरी' की अपील की गई। सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने का आग्रह किया गया।

नमामि गंगे के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि नवरात्र पर माता दुर्गा स्वच्छता का भी संदेश देती हैं। दुर्गा स्वरूपा नौ कन्याओं का पूजन कर कोरोना महामारी, गंगा प्रदूषण और प्लास्टिक से मुक्ति एवं आत्मनिर्भर भारत के लिए कामना की गई। कहा कि त्योहारों पर कोरोना से बचाव के लिए हमें सावधानी और सजगता रखनी होगी। आयोजन में दुर्गा स्वरूपा नौ कंजीकाओं सहित काशी प्रांत के संयोजक राजेश शुक्ला, पूनम शुक्ला, कुसुम शुक्ला, सूर्यांशु शुक्ला आदि उपस्थित रहे।

chat bot
आपका साथी