वाराणसी सिटी स्टेशन का नए वर्ष में बढ़ेगा कद, स्टेशन प्रशासन को जनवरी में सुपुर्द होंगी नई व्यवस्थाएं
वाराणसी सिटी स्टेशन का नए साल में कद बढ़ेगा। यहां से आधा दर्जन ट्रेनें महत्वपूर्ण स्थानों को रवाना की जाएंगी।
वाराणसी, जेएनएन। वाराणसी सिटी स्टेशन का नए साल में कद बढ़ेगा। यहां से आधा दर्जन ट्रेनें महत्वपूर्ण स्थानों को रवाना की जाएंगी। जिम्मेदारियां उठाने के लिए रेलवे स्टेशन खुद को अरसे से तैयार कर रहा, जो जनवरी में मूर्त रूप लेगा। सब ठीक रहा तो वाराणसी सिटी स्टेशन मंडुआडीह के मुकाबिल होगा। हाईटेक सुविधाएं यात्रियों को यहां से सफर की शुरुआत को विवश करेंगी।
सर्कुलेटिंग एरिया में पार्क की हरियाली खुश कर देगी
स्टेशन के एंट्री प्वाइंट पर ही हरियाली यात्रियों को खुश कर देगी। दोनों ही प्वाइंट पर बने पार्कों में करीब एक-एक दर्जन पेड़ वातावरण को सुहाना बनाते हैं। यात्री प्लेटफार्म पर जाने से पूर्व वहां कुछ देर के लिए रुकना पसंद करेंगे।
धरोहर क्रेन कद को दर्शाता
स्टेशन के मुख्य भवन के सामने धरोहर क्रेन रखा हुआ है। यह वाराणसी सिटी स्टेशन की महत्ता को दर्शाता है। अमूमन स्टेशनों पर धरोहर इंजन रखे होते हें। यात्री यहां क्रेन को कौतूहल से देखने को उसके करीब जा पहुंचते हैं।
प्रवेश द्वार की खूबसूरत पेंटिंग आकर्षक
रेलवे स्टेशन भवन के मुख्य द्वार पर ही खूबसूरत पेंटिंग यात्रियों के मन को मोह लेती है। अंदर जाने पर विभिन्न तरह की नक्कासी यात्रियों को रुककर देखने को विवश करती है। हालांकि, स्टेशन की खूबसूरती में रंग भरने की कवायद जारी है।
वातानुकूलित लाउंज की सुविधा
प्लेटफार्म पर वातानुकूलित लाउंज यात्रियों के लिए बनकर तैयार है। करीब सैकड़ा यात्री इसका एक साथ लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा आरओबी बनाने की रफ्तार भी तेज है।
वाशिंग पिट निर्माण अंतिम चरण में
ट्रेनें यहां से रवाना होंगी तो उनकी धुलाई व खड़ा करने के लिए प्लेटफार्म की जरूरत पड़ेगी। वाराणसी सिटी स्टेशन पर उसके लिए वाशिंग पिट निर्माण अंतिम चरण में है। नए वर्ष की शुरू में ही यह तैयार हो जाएगा।
ट्रेनें घटाकर कैंट स्टेशन का कम किया जाएगा बोझ
कैंट स्टेशन पर ट्रेनों को बोझ है। 175 ट्रेनें यहां से आती-जाती हैं। करीब 80 हजार यात्रियों का बोझ नियमित स्टेशन को उठाना पड़ता है। कैंट स्टेशन की रिमाडलिंग के लिए कुछ ट्रेनों का संचालन मंडुआडीह व वाराणसी सिटी से कराने की तैयारी है।