नीट 2021 : त्रिपुरा की अभ्यर्थी और उसका पिता वाराणसी में गिरफ्तार, 50 लाख का हुआ था सौदा

नीट में धांधली का प्रयास करने के मामले में फरार त्रिपुरा की अभ्यर्थी व उसके पिता गोपाल विश्वास को कमिश्नरेट पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। बेटी को साल्वर गिरोह के जरिए मेडिकल में प्रवेश दिलाने के लिए उसने 50 लाख रुपये में सौदा तय किया था।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 07:36 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 07:36 PM (IST)
नीट 2021 : त्रिपुरा की अभ्यर्थी और उसका पिता वाराणसी में गिरफ्तार, 50 लाख का हुआ था सौदा
त्रिपुरा की अभ्यर्थी और उसका पिता वाराणसी में गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, वाराणसी। राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) में धांधली का प्रयास करने के मामले में फरार त्रिपुरा की अभ्यर्थी व उसके पिता गोपाल विश्वास को कमिश्नरेट पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में अभ्यर्थी के पिता ने पुलिस को बताया कि बेटी को साल्वर गिरोह के जरिए मेडिकल में प्रवेश दिलाने के लिए उसने 50 लाख रुपये में सौदा तय किया था। पिता गोपाल विश्वास को अदालत में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल तथा अभ्यर्थी को किशोर न्यायालय द्वारा राजकीय संप्रेक्षण गृह, बाराबंकी भेजा गया। दोनों के खिलाफ सारनाथ थाने में धोखाधड़ी, कूट रचना, जालसाजी समेत विभिन्न आरोपों में मुकदमा दर्ज है।

पांच लाख दिया था एडवांस

त्रिपुरा के धलाई जिले के एडीसी साउथ कचुआरा निवासी गोपाल विश्वास ने पुलिस को बताया कि वह मेडिकल की दुकान करता है। वह अपनी बेटी का डाक्टर बनाना चाहता था। बेटी का एमबीबीएस में प्रवेश कराने के लिए उसने त्रिपुरा के ही प्रदीप्त भट्टाचार्य व मृत्युंजय देवनाथ से संपर्क किया। उन्होंने साल्वर गिरोह के सरगना नीलेश सिंह उर्फ पीके व केजीएमयू के एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र ओसामा शाहिद के जरिए साल्वर बैठाकर परीक्षा निकालने के लिए 50 लाख रुपये में सौदा तय कराया। इसके लिए एडवांस के तौर पर पांच लाख रुपये प्रदीप्त, देवनाथ व पीके के एकाउंट में जमा किया गया। इसके बाद उसकी बेटी के स्थान पर साल्वर के रूप में परीक्षा देने के लिए बीएचयू की बीडीएस की छात्रा जूली कुमारी की फोटो को मिक्स कराकर फार्म भरवाया गया। हालांकि जूली कुमारी परीक्षा देने के दौरान पकड़ ली गई।

परीक्षा के नाम पर गए थे दिल्ली

पूछताछ में गोपाल विश्वास ने यह भी बताया कि स्वजन व पड़ोसियों को उसने यह भरोसा दिलाया था कि उसकी बेटी ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा दी है। इसके लिए वह, प्रदीप्त व उसकी बेटी नौ सितंबर को एयर इंडिया की फ्लाइट से अगरतल्ला से दिल्ली गए। तीन दिनों तक दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर घूमने के बाद 23 सितंबर को दिल्ली से वापस तीनों अगरतल्ला पहुंचे। वापस पहुंचने पर जूली के पकड़े जाने की सूचना मिली तो वह और उसकी बेटी घर छोड़ कर भाग गए थे।

12 सितंबर को हुई थी परीक्षा

सारनाथ क्षेत्र स्थित एक केंद्र में गत 12 सितंबर को नीट का आयोजन किया गया था, जिसमें त्रिपुरा की अभ्यर्थी के स्थान पर जूली कुमारी व उसकी मां बबिता को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश ने बताया कि उसके बाद से अब तक साल्वर गिरोह के सरगना पीके समेत 13 आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। अब भी तीन डाक्टर समेत 14 आरोपित की तलाश जारी है।

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