NDRF ने लखीमपुर में घाघरा की अचानक बाढ़ में फंसे आठ लोगों को रात के अंधेरे में बचाया

लखीमपुर के तहसील धौरहरा में देवमानिया गांव के आठ लोग घाघरा नदी के उस पार अपने खेतों में काम करने गए थे अचानक घाघरा नदी के जलस्तर बढ़ जाने से वह लोग चारों और बाढ़ के पानी से घिर गए जिससे स्थिति गंभीर बनती जा रही थी।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 04:05 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 04:05 PM (IST)
NDRF ने लखीमपुर में घाघरा की अचानक बाढ़ में फंसे आठ लोगों को  रात के अंधेरे में बचाया
चारों और बाढ़ के पानी से घिरने से स्थिति गंभीर बनती जा रही थी।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। एनडीआरएफ की चौकाघाट स्थित बटालियन ने प्रदेश के जिलों में बाढ़ राहत अभियान चलाया। उत्तराखंड और नेपाल में अत्यधिक वर्षा होने से नदियों और नालों के जलस्तर में वृद्धि हुई है, जिसके चलते उत्तर प्रदेश के नेपाल से लगे हुए जिलों में बाढ़ की स्तिथि उत्पन्न हो गई है I जिसमें राहत व बचाव कार्यों हेतु एनडीआरएफ की टीमें प्रशासन के साथ लगातार राहत बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।

बुधवार देर रात प्रशासन को एक संकटग्रस्त सूचना प्राप्त हुई कि घाघरा नदी के उफान के कारण लखीमपुर के तहसील धौरहरा में देवमानिया गांव के आठ लोग घाघरा नदी के उस पार अपने खेतों में काम करने गए थे, अचानक घाघरा नदी के जलस्तर बढ़ जाने से वह लोग चारों और बाढ़ के पानी से घिर गए, जिससे स्थिति गंभीर बनती जा रही थी और लोगों के जीवन पर खतरा मंडरा रहा था। घटना की सूचना प्रशासन द्वारा एनडीआरएफ को दी गई, घटना की सूचना मिलते ही कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन पर धौरहरा में बाढ़ आपदा बचाव हेतु तैनात एनडीआरएफ टीम को नीरज कुमार, उप सेनानायक के नेतृत्व में रवाना किया गया।

टीम त्वरित कार्यवाही करते हुए घटनास्थल पर पहुंची, जहां यह देखा गया कि घाघरा नदी का जल प्रवाह बहुत तेज था और कम दृश्यता के साथ रात में बचाव अभियान चलाने के लिए स्थिति बहुत चुनौतीपूर्ण थी | लेकिन टीम इन तमाम बाधाओं को पार कर मदद का इंतजार कर रहे लोगों के पास पहुंची तो एनडीआरएफ टीम के बचाव कर्मियों को देखकर लोगों में विश्वास का भाव दिखा व टीम ने भी त्वरित कार्यवाही करते हुए बाढ़ में फंसे सभी आठ पुरुष व दो पशुधन को बचाकर मोटर बोट के माध्यम से सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया गया। प्रशासन व स्थानीय लोगों ने एनडीआरएफ के त्वरित कार्यवाही और तत्परता दिखाते हुए बचाव कार्यों की बहुत प्रशंसा की और इस मानव जीवन के साथ पशुधन की रक्षा में की गई सहायता के लिए आभार व्यक्त किया।

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