एनसीएल ने पिट हेड विद्युत संयंत्रों को की अनुबंधित मात्रा से अधिक कोयला आपूर्ति
सीएमडी एनसीएल पीके सिन्हा ने ताप विद्युत संयंत्रों सहित अपने सभी कोयला उपभोक्ताओं को निर्बाध कोयला आपूर्ति के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। एनसीएल को चालू वित्त वर्ष में 126.5 मिलियन टन कोयला प्रेषण का लक्ष्य सौंपा गया है।
सोनभद्र, जागरण संवाददाता। नार्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड द्वारा देश की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों के अनुरूप पर्याप्त कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। कोविड और भारी मानसून की विषम परिस्थितियों के बावजूद भी एनसीएल ने पिछले वर्ष की समान अवधि के प्रेषण (53.44 मिलियन टन) की तुलना में चालू वित्तीय वर्ष में अब तक 15 फीसदी वृद्धि के साथ 61.51 मिलियन टन कोयला उपभोक्ताओं को प्रेषित किया है।
एनसीएल के पीआरओ राम विजय सिंह ने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 की प्रथम छमाही में एनसीएल ने पिट हेड पावर प्लांटस (एनसीएल के नजदीक स्थापित प्लांट) को कोयले की अनुबंधित मात्रा का 113 फीसदी आपूर्ति की है। इसी अवधि में देश के विभिन्न राज्यों में स्थित पावर प्लांटस को कोयले की अनुबंधित मात्रा का 102 फीसदी आपूर्ति की है। एनसीएल ने अगस्त और सितंबर माह में दो बार एक दिन में सर्वाधिक कोयला प्रेषण कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। एनसीएल ने गत 27 अगस्त को 3.87 लाख टन एवं 6 सितंबर को 4 लाख टन कोयला प्रेषण किया है। चालू माह में अब तक एनसीएल ने अपने कोयला उपभोक्ताओं को प्रतिदिन लगभग 3.6 लाख टन कोयला भेजा है।
सीएमडी एनसीएल पीके सिन्हा ने ताप विद्युत संयंत्रों सहित अपने सभी कोयला उपभोक्ताओं को निर्बाध कोयला आपूर्ति के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। एनसीएल को चालू वित्त वर्ष में 126.5 मिलियन टन कोयला प्रेषण का लक्ष्य सौंपा गया है। जो वित्त वर्ष 2020-21 के लिए वास्तविक कोयला प्रेषण 108.66 मिलियन टन से लगभग 15 फीसदी अधिक है। ताप विद्युत सयंत्रों की आवश्यकता को पूरा करने के साथ एनसीएल राष्ट्र को कोयला क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में भी योगदान दे रही है। आयात प्रतिस्थापन के रूप में इस वर्ष की दूसरी तिमाही तक एनसीएल ने 1.06 मिलियन टन कोयले की आपूर्ति की है।
गौरतलब है कि एनसीएल 2015-16 से लेकर पिछले 6 वर्षों से लगातार अपने वार्षिक कोयला उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करते हुए देश में कोयले की आवश्यकता को पूरा कर रही है। वित्त वर्ष 2021-22 में एनसीएल 119 मिलियन टन के लक्ष्य का पीछा करते हुए अब तक 57.21 मिलियन टन कोयला का उत्पादन कर चुकी है। जबकि वित्त वर्ष 2020-21 में एनसीएल ने 115.04 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया था। एनसीएल भारत सरकार की सिंगरौली स्थित एक मिनीरत्न कंपनी है, जो 10 मशीनीकृत खुली खदानों एवं 1200 से अधिक भारी मशीनों से कोयला उत्पादन कर रही है। एनसीएल लगभग 3000 करोड़ रुपये से अपनी महत्वाकांक्षी फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी योजना के तहत पर्यावरण के अनुकूल कोयला प्रेषण के लिए बुनियादी ढांचे का विकास कर रही है।