Navratri 2020 : नवरात्र के चौथे दिन देवी कूष्‍मांडा का पूजन, करें घर बैठे मां का दर्शन और जानें विधान

वाराणसी में अलग - अलग नवदुर्गा के नौ मंदिर स्‍थापित हैं। शारदीय नवरात्र की चतुर्थी तिथि पर देवी कूष्मांडा स्वरूप के दर्शन पूजन करने की मान्यता है। इस बार 20 अक्टूबर मंगलवार को इनकी आराधना की जा रही है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 09:26 AM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 01:50 PM (IST)
Navratri 2020 : नवरात्र के चौथे दिन देवी कूष्‍मांडा का पूजन, करें घर बैठे मां का दर्शन और जानें विधान
शारदीय नवरात्र की चतुर्थी तिथि पर देवी कूष्मांडा स्वरूप के दर्शन पूजन करने की मान्यता है।

वाराणसी, जेएनएन। काशी में अलग - अलग नवदुर्गा के नौ मंदिर स्‍थापित हैं। शारदीय नवरात्र की चतुर्थी तिथि पर देवी कूष्मांडा स्वरूप के दर्शन पूजन करने की मान्यता है। इस बार 20 अक्टूबर मंगलवार को इनकी आराधना की जा रही है। काशी में दुर्गाकुंड स्थित मां दुर्गा को ही देवी कूष्मांडा के स्वरूप की मान्यता दी गई है। मंगलवार की दोपहर तक हजारों लोगों ने पर्याप्‍त दूरी के साथ मंदिर में दर्शन पूजन किया है। जबकि शाम को मंदिर के कपाट दोबारा खुलने पर आस्‍था की कतार दोबारा लग जाएगी।

शास्त्रों में मान्यता यह भी है कि अपनी मंद मुस्कान से ब्रह्मांड तक का सृजन देवी ने इसी स्वरूप में ही किया था। देवी के कुष्मांडा स्वरूप के दर्शन और पूजन से दुख का नाश होता है। काशी में देवी कुष्‍मांडा के प्रकट होने की कथा राजा सुबाहु से जुड़ी मानी जाती है। ख्‍यात ज्‍योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी के अनुसार कूष्मांडा देवी आराधना के पर्व शारदीय नवरात्र के चौथे दिन चतुर्थ स्वरूप कूष्मांडा के दर्शन पूजन का विधान है। मान्यता है कि देवी ने ही ब्रह्मांड की रचना की थी। सृष्टि की उत्पत्ति करने के कारण इन्हें आदिशक्ति भी कहा जाता है।

पूजन की विधि : जगदंबा के इस स्वरूप के पूजन में - 'अर्ध मात्रा स्थित नित्या यानुचार्या विशेषत, त्‍वमेव संध्‍या सावित्री त्वं देवि जननी परा' मंत्र की विशेष महत्ता मानी गई है।

उत्‍पत्ति की वजह : असुरों के अत्याचार से देव ऋषि यों को मुक्ति दिलाने के लिए देवी दुर्गा कुष्मांडा स्वरूप में अवतरित हुई थी मान्यता है कि पुष्प धूप दीप आदि श्री सूक्त का पाठ करते हुए आराधना करने से प्रसन्न होकर सभी पापों से मुक्ति दिलाती हैं।

आज का संदेश: देवी का स्वरूप सकारात्मकता बनाए रखने का संदेश देता है।

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ कुष्माण्डा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

नवरात्रि के चतुर्थ दिवस पर माँ कुष्माण्डा के पावन दर्शन। इनकी छत्रछाया में सभी को उत्तम स्वास्थ्य एवं समृद्धि प्राप्त हो।#Varanasi #UPNahiDekhaTohIndiaNahiDekha #UmmazingUP pic.twitter.com/yncPuTYThQ

— UP Tourism (@uptourismgov) October 20, 2020

सोशल मीडिया पर दर्शन : यूपी पर्यटन के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से नवरात्र के दौरान काशी में बने नौ दुर्गा मंदिरों पर पोस्‍टर और दर्शन पूजन के लिए सुबह शाम लाइव वीडियो शेयर किया जा रहा है। इसी कडी में मंगलवार को देवी के चौथे स्‍वरुप कूष्‍मांडा देवी के तौर पर दुर्गाकुंड मंदिर पर पोस्‍टर जारी करने के साथ ही सुबह आरती और पूजन का कार्यक्रम भी साझा किया गया।

🐒 Conocido como Templo de los Monos, el Templo Durga del s. XVII en #Varanasi está dedicado a la diosa #Durga. Con Shikhara (torres) de varios niveles y un estanque conocido como Durga Kund, el templo recibe grandes de visitar durante el festival de #Navaratri 🛕 pic.twitter.com/L2LgyVIngB — India In Argentina (@Indembarg) October 19, 2020

अर्जेंटीना में भी काशी की देवी कूष्‍मांडा : अर्जेंटीना में भारतीय दूतावास की ओर से नवरात्र के चौथे दिन दुर्गाकुंड में मौजूद देवी कूष्‍मांडा के मंदिर की विहंगम तस्‍वीर अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पर साझा किया। इससे संबंधित पोस्‍टर जारी करते हुए मंदिर की महिमा और भव्‍यता का बखान किया गया है। पोस्‍ट के साथ ही मंदिर पर आधारित अनोखा पोस्‍टर भी ब्‍यूनस आयर्स के सौजन्‍य से दूतावास ने जारी किया है।

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