वाराणसी में नवरात्र संगीत महोत्सव के दौरान गंगधार पर बही मनोज तिवारी की सुरधार

गायकी को श्रोताओं को समर्पित किया और फरमाइश पर गीत-भजनों का गुलदस्ता सजा दिया। पर्यटन विभाग आश्रय सेवा संस्थान व सुबह-ए-बनारस के तत्वावधान में डा. राजेंद्र प्रसाद घाट आयोजित नवरात्र महोत्सव की छठीं शाम मनोज तिवारी मंच पर पहुंचे थे।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 09:57 AM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 10:09 AM (IST)
वाराणसी में नवरात्र संगीत महोत्सव के दौरान गंगधार पर बही मनोज तिवारी की सुरधार
आज भजन सम्राट भरत शर्मा, कल अमलेश शुक्ला और 15 को मालिनी अवस्थी लगाएंगी सुर।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। गंगा का किनारा मंगलवार की शाम ख्यात भोजपुरी गायक मनोज तिवारी की सुरधार से नहा उठा। उन्होंने अपनी गायकी को श्रोताओं को समर्पित किया और फरमाइश पर गीत-भजनों का गुलदस्ता सजा दिया। पर्यटन विभाग, आश्रय सेवा संस्थान व सुबह-ए-बनारस के तत्वावधान में डा. राजेंद्र प्रसाद घाट आयोजित नवरात्र महोत्सव की छठीं शाम मनोज तिवारी मंच पर पहुंचे थे।

उन्होंने जेकर न बिगड़िहें माई, ओकर केहू का बिगाड़ी..., हर हर महादेव शंभू, काशी विश्वनाथ गंगे..., शीतला घाट पर काशी में जाके हम शीश झुकाइब हो... आदि गीतों से विभोर हो। साथ ही हे गंगा मईया तोहके पियरी चढाईब हो..., इ राजा काशी बनारस ह, छू के त देखा पारस ह..., जिया हो बिहार के लाला..., अपना यूपी के मान बढावा हो भईया..., रस्ता छोड़ मंत्री जी के गाड़ी आवता... सुनाकर संगीत रसिकों को झूमने पर विवश कर दिया। उन्होंने संस्कृति प्रकोष्ठ महानगर संयोजक गीतकार कन्हैया दुबे की संस्कृति संवर्द्धन के लिए सराहना की। तबले पर राजेश मिश्रा, ढोलक पर मोती-सनी, पैड पप्पू, मजीरा पर प्रभुनाथ दाढ़ी, सेक्सोफोन पर प्रदीप, बैंजो पर महिपाल ने कुशल संगत किया।

इससे पहले युवा कलाकार अतुल शंकर ने बांसुरी पर राग यमन में आलाप तीन ताल प्रस्तुत किया। डा. विजय कपूर ने सुर लगाया और अंबे तुम्हारी इच्छा पर द्वार तुम्हारे आए हैं.., मेरी मईया छतरी वाली हैं...आदि सुनाया। तबले पर पं. बलराम मिश्र, साइड रिदम पर धीरेंद्र कुमार, बांसुरी पर सुधीर कुमार ने संगत किया। डा. विधि नागर के कथक की भावपूर्ण प्रस्तुति ने हर मन को श्रद्धा भक्ति से भर दिया। शुभारंभ मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी, पं. सुब्रमण्यम मणि, निर्मला पांडेय, साधना वेदांती, डा. वीरेंद्र प्रताप सिंह, डा. रत्नेश वर्मा, पं. दीपक मिश्रा, पं. प्रमोद कुमार मिश्र व पं. श्याम गंगाधर बापट ने दीप जलाकर किया। साथ ही लगभग 50 लोगों को सम्मानित किया। संचालन डा. प्रीतेश आचार्य, संयोजन पवन शुक्ला, धन्यवाद क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव ने दिया। मंजू मिश्रा, विनय तिवारी, आत्मा विश्ववेश्वर, नलिन नयन मिश्र, गोपाल गुप्ता, संदीप चौरसिया आदि थे। बुधवार को भजन सम्राट भरत शर्मा व गुरुवार को लोकगायक अमलेश शुक्ला व शुक्रवार को ख्यात लोकगायिका मालिनी अवस्थी गायन करेंगी।

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