गाजीपुर में मुस्लिम व्‍यक्ति ने दान की जमीन, ताकि हिंदुओं को मिल सके अंत्येष्टि स्थल

नजीर शाह ने आपसी भाईचारे की अनूठी मिसाल पेश करते हुए अंत्येष्टि स्थल के लिए अपनी ढाई मंडा जमीन दान कर दी। शुक्रवार को विजयदशमी के मौके पर ग्राम प्रधान बारा मोहम्मद आजाद खां ने भूमि पूजन कर अंत्येष्टि स्थल की नींव रखी और निर्माण कार्य शुरू करा दिया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 05:00 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 05:00 AM (IST)
गाजीपुर में मुस्लिम व्‍यक्ति ने दान की जमीन, ताकि हिंदुओं को मिल सके अंत्येष्टि स्थल
भाईचारे की अनूठी मिसाल पेश करते हुए अंत्येष्टि स्थल के लिए अपनी ढाई मंडा जमीन दान कर दी।

गाजीपुर, जागरण संवाददाता। जिले के अंतिम छोर एवं बिहार सीमा पर स्थित बारा गांव में हिंदू-मुस्लिम एकता की डोर हमेशा मजबूत रही है। नजीर शाह ने आपसी भाईचारे की अनूठी मिसाल पेश करते हुए अंत्येष्टि स्थल के लिए अपनी ढाई मंडा जमीन दान कर दी। शुक्रवार को विजयदशमी के मौके पर ग्राम प्रधान बारा मोहम्मद आजाद खां ने भूमि पूजन कर अंत्येष्टि स्थल की नींव रखी और निर्माण कार्य शुरू करा दिया।

मिल गया बजट, लेकिन नहीं थी जमीन : सेवराई तहसील के बारा गांव में गंगा किनारे अंत्येष्टि स्थल नहीं होने से हिंदुओं को दाह संस्कार के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। लोगों की परेशानियों को देखते हुए ग्राम प्रधान बारा मोहम्मद आजाद खां ने प्रयास किया तो शासन स्तर से अंत्येष्टि स्थल के लिए बजट स्वीकृत हो गया, लेकिन गंगा किनारे जमीन उपलब्ध नहीं थी। जब इसकी जानकारी बारा गांव निवासी नजीर शाह को हुई तो वे ग्राम प्रधान से मिले और अपनी जमीन दान कर दी। इस जमीन पर ग्राम प्रधान ने शुक्रवार को भूमि पूजन कर अंत्येष्टि स्थल की नींव रखी और निर्माण कार्य शुरू करा दिया। भूमि पूजन कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुन्ना पांडेय, संजय पांडेय, कुतुबपुर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विपिन राय, ग्राम प्रधान मगरखाई एवं भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष अनिल यादव, नमामि गंगे के सह संयोजक रविंद्र श्रीवास्तव, ग्राम प्रधान गहमर बलवंत सिंह बाला, ग्राम प्रधान भतौरा अजीत यादव, डाक्टर बलिराम प्रसाद, पूर्व प्रधान बारा मंजूर खां, राघवेंद्र पांडेय, मोहनलाल वर्मा, मुंशी यादव, गुफरान खां, कलाम खां आदि लोग शामिल रहे।

बोले ग्राम प्रधान : ग्राम प्रधान का कहना है कि नजीर शाह प्रशंसा के पात्र हैं। गांव में अंत्येष्टि स्थल के लिए जमीन की जरूरत थी। गांव के नजीर शाह ने भूमि दान दी। शुक्रवार को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अंत्येष्टि स्थल का भूमि पूजन किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के गांवों के लोग बारा में गंगा घाट पर दाह संस्कार करवाने के लिए आते थे तो यहां पर कोई स्थान न होने के कारण लोगों को परेशान होना पड़ता था।

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