तीन तलाक खत्‍म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र की बहनों ने मनाई खुशी

तीन तलाक बिल राज्य सभा में पास होते ही बनारस की मुस्लिम महिलाओं में भी खुशी की लहर दौड़ पड़ी।

By Edited By: Publish:Wed, 31 Jul 2019 02:10 AM (IST) Updated:Wed, 31 Jul 2019 09:58 PM (IST)
तीन तलाक खत्‍म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र की बहनों ने मनाई खुशी
तीन तलाक खत्‍म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र की बहनों ने मनाई खुशी

वाराणसी, जेएनएन। तीन तलाक बिल राज्य सभा में पास होते ही बनारस की मुस्लिम महिलाओं में भी खुशी की लहर दौड़ पड़ी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में जो वादा किया था, उसे अब अमली जामा पहनाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। अब सिर्फ तीन तलाक बिल पर राष्ट्रपति की मुहर का इंतजार है, जिसके बाद यह कानून बन जाएगा। कानून बनते ही तीन तलाक देने वालों को जेल भेजे जाने का रास्ता साफ हो जाएगा। हालाकि, राज्यसभा में पास होने के बाद राष्ट्रपति की मंजूरी महज एक औपचारिकता मात्र है। उम्मीद यही जताई जा रही है कि राष्ट्रपति भी इस बिल पर हस्ताक्षर कर अपनी मंजूरी दे देंगे।

पीएम के संसदीय क्षेत्र की मुस्लिम महिलाओं ने इसका स्वागत किया है। वहीं तलाक पीड़ित महिलाओं ने खुशी जताई है। महिलाओं का कहना है कि इस तरह के कानून बहुत पहले बनने चाहिए थे, इससे आधी आबादी को अपने अधिकार के लिए परेशान न होना पड़ता। वहीं अन्य महिलाओं ने कहा कि जिस तरह दीमक लकड़ी को खराब कर देती है और मधुमेह शरीर को उसी तरह तीन तलाक का दंश समाज की बुनियादी ढांचे को तबाह कर रहा है। इसका खत्म होना बेहद आवश्‍यक है।

क्या है तीन तलाक बिल में प्रावधान - मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक में यह भी प्रावधान किया गया है कि यदि कोई मुस्लिम पति अपनी पत्नी को मौखिक, लिखित या इलेक्ट्रानिक रूप से या किसी अन्य विधि से तीन तलाक देता है तो उसकी ऐसी कोई भी 'उद्घोषणा' शून्य और अवैध होगी। इसमें यह भी प्रावधान किया गया है कि तीन तलाक से पीड़ित महिला अपने पति से स्वयं और अपनी आश्रित संतानों के लिए निर्वाह भत्ता पाने की हकदार होगी। इस रकम को मजिस्ट्रेट निर्धारित करेगा। इन देशों में है प्रतिबंधित - तीन तलाक इजिप्ट, पाकिस्तान, बाग्लादेश, इराक, श्रीलंका, सीरिया, ट्यूनीशिया, मलेशिया, इंडोनेशिया, साइप्रस, जॉर्डन, अल्जीरिया, इरान, ब्रूनेई, मोरक्को, कतर, यूएई में प्रतिबंधित है।

बोले लोग

प्रधानमंत्री मोदी ने जो वादा किया था, उसे पूरा कर रहे हैं। उन्हें न सिर्फ मुस्लिम बहनों की चिंता है, बल्कि समाज के हर तबके का ख्याल है। - हुमा बानो

तीन तलाक पर रोक लगने से जहां बच्चे बेघर होने से बच जाएंगे, वहीं घरों को भी उजड़ने से बचाया जा सकेगा। - लुबना बेगम

तीन तलाक मुस्लिम महिलाओं के लिए बड़ा मुद्दा था, जिस पर पूर्व की सरकारों ने कभी ध्यान देने की जहमत नहीं उठाई। - सदफ असलम

समाज में समानता के अधिकार की बात तो खूब होती है। मगर तीन तलाक पीड़ितों के जख्मों पर अब से पहले कभी मरहम नहीं लगाया गया। - अनवरी बेगम

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