नगर आयुक्त ने नगर निगम से ही जल निगम को अग्रिम एडवांस देने की स्वीकृति दी

नगर आयुक्त ने नगर निगम से ही जल निगम को अग्रिम एडवांस देने की स्वीकृति दे दी। इस कमियों को तीन से चार दिन में दूर कर लिया जाएगा। एडवांस का समायोजन भविष्य में कर लिया जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 14 Jul 2020 09:40 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jul 2020 09:40 PM (IST)
नगर आयुक्त ने नगर निगम से ही जल निगम को अग्रिम एडवांस देने की स्वीकृति दी
नगर आयुक्त ने नगर निगम से ही जल निगम को अग्रिम एडवांस देने की स्वीकृति दी

वाराणसी, जेएनएन। नगर आयुक्त गौरान राठी ने मंगलवार को भेलूपुर कॉमन हैडर में विद्युत संबंधित फाल्ट का समाधान कराया। यहां पर दो मुख्य समस्या थी। पहली समस्या केएलटी सेक्शन और एसटी सेक्शन में खराबी थी तो दूसरी उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के फीडर में गड़बड़ी थी। पहली खराबी वर्ष 2013 से 2015 के बीच में हुए कार्यों का ठीक से निष्पादन नहीं होना है। जिसकी जांच कमिश्नर द्वारा करवाई गई थी। कमी मिलने पर एफआईआर और विभागीय कार्रवाई भी की गई थी। धन आवंटन की स्वीकृति की अपेक्षा में नगर आयुक्त ने नगर निगम से ही जल निगम को अग्रिम एडवांस देने की स्वीकृति दे दी। इस कमियों को तीन से चार दिन में दूर कर लिया जाएगा। एडवांस का समायोजन भविष्य में कर लिया जाएगा। विद्युत आपूर्ति से संबंध में उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा भी कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वर्तमान में कोई समस्या नहीं है। भविष्य में इस प्रकार की आपूॢत बाधित नहीं हो, इसके लिए चीफ इंजीनियर जल निगम व जीएम जलकल की कमेटी गठित करते हुए नगर आयुक्त ने निर्देश दिया कि कमेटी सुनिश्चित करे कि भविष्य में पानी आपूर्ति की समस्या होगी तो जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी।

क्लोरीन गैस लीकेज में निलंबित  होंगे स्टोर इंचार्ज और कर्मी

नगर आयुक्त गौरांग राठी ने मंगलवार को जलकल महाप्रबंधक नीरज गौड़ को पत्र लिखकर स्टोर इंचार्ज व कर्मी को निलंबित करने के लिए आदेशित किया। मामला क्लोरीन गैस रिसाव का है। भेलुपुर स्थित जलकल परिसर के विभागीय स्टोर व स्क्रैप यार्ड में पड़े क्लोरीन गैस सिलिंडर में लीकेज से अपरिहार्य स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इसे गंभीरता से लेते हुये नगर आयुक्त गौरांग राठी ने अपर नगर आयुक्त सुमित कुमार व मुख्य अभियंता जल निगम एके पुरवार की टीम गठित करते हुए प्रकरण की जांच कराई। जांच टीम ने रिपोर्ट प्रस्तुत कर दिया जिसमें स्टोर इंचार्ज व कर्मी दोषी पाए गए।

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