गाजीपुर में मुख्तार अंसारी का करीबी पूर्व जिला पंचायत सदस्य शिवमुनी यादव गिरफ्तार

मुख्तार अंसारी का करीबी पूर्व जिला पंचायत सदस्य शिवमुनी यादव शुक्रवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के अनुसार वह कौमी एकता दल से चुनाव लड़ चुका है और साथ ही मुख्तार जिस दल में जाते हैं उनके साथ वह भी चला जाता है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 04:12 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 04:12 PM (IST)
गाजीपुर में मुख्तार अंसारी का करीबी पूर्व जिला पंचायत सदस्य शिवमुनी यादव गिरफ्तार
मुख्तार अंसारी के करीबी पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं ग्राम प्रधान पति शिवमुनी यादव पर कई मुकदमे दर्ज हैं।

गाजीपुर, जेएनएन। मुख्तार अंसारी का करीबी पूर्व जिला पंचायत सदस्य और वर्तमान में ग्राम प्रधान का पति शिवमुनी यादव शुक्रवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के अनुसार वह कौमी एकता दल से चुनाव लड़ चुका है और साथ ही मुख्तार जिस दल में जाते हैं उनके साथ वह भी चला जाता है। उस पर कई प्रमुख मामलों में अभियोग भी पंजीकृत है। मुख्‍तार अंसारी के करीबियों की लिस्‍ट में माना जा रहा है कि उसका भी नाम शामिल था। लिहाजा काफी समय से कार्रवाई के जद में आने से बच रहा शिवमुनी यादव आखिरकार शुक्रवार को पुलिस के शिकंजे में आ ही गया।

मरदह थाना के सिंगेरा गांव निवासी विधायक मुख्तार अंसारी का करीबी पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं ग्राम प्रधान पति शिवमुनी यादव पर कई मुकदमे दर्ज हैं। 26 जुलाई को सिंगेरा गांव निवासी रिटायर्ड अध्यापक रामबली सिंह के घर मे असलहा धारियों के साथ घुस कर मारपीट करने के प्रकरण में उसका चालान भेजा गया था। पूर्व जिला पंचायत सदस्य के खिलाफ बलवा, घर में घुस कर मारपीट करने एवं जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज था। क्षेत्र में उसका दबदबा होने के साथ ही सपा, बसपा, कौमी एकता दल आदि सभी प्रमुख दलों में यह मुख्‍तार के साथ शामिल होता रहा है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार जिला जेल में जब तक मुख्‍तार बंद रहे यह तब भी यह प्रायः उनसे मिलने जाया करता था, इसके अलावा शिवमुनी आगरा जेल भी मुख्‍तार से मिलने कई बार जा चुका है। बताया कि मुख्तार की कहीं भी पेशी हो मगर यह काफिले में अपनी सफारी में असलहाधारियों के साथ मौजूद रहा है। क्षेत्र के लोग भी दबी जुबान से मानते रहे हैं कि शिवमुनी मुख्तार के अति करीबी लोगों में शामिल है और उनसे करीबी संबंध भी रहा है। हालांकि पुलिस ने इस बाबत आधिकारिक रुप से कोई जानकारी नहीं दी मगर, माना जा रहा है कि मुख्‍तार के खिलाफ शासन स्‍तर से कार्रवाई शुरु होने के बाद करीबियों पर भी पुलिस नजर रखे है और मामले मिलने पर मुख्‍तार के खिलाफ उनसे पूछताछ कर कानूनी शि‍कंजा और भी कड़ा किया जा रहा है।

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