गृहकर से मुक्त हुआ वाराणसी में मां अन्नपूर्णा मंदिर, एमएलसी शतरुद्र प्रकाश ने उठाया था मामला
नगर आयुक्त गौरांग राठी ने बुधवार को विदाई समारोह से पहले अहम कदम उठाया। मां अन्नपूर्णा मंदिर को गृहकर मुक्त कर दिया। इस मसले को सपा के वरिष्ठ नेता व एमएलसी शतरुद्र प्रकाश ने उठाया था। नगर आयुक्त को पत्र लिखकर नगर निगम के अधिनियम का हवाला दिया था।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। नगर आयुक्त गौरांग राठी ने बुधवार को विदाई समारोह से पहले अहम कदम उठाया। मां अन्नपूर्णा मंदिर को गृहकर मुक्त कर दिया। इस मसले को सपा के वरिष्ठ नेता व एमएलसी शतरुद्र प्रकाश ने उठाया था। नगर आयुक्त को पत्र लिखकर नगर निगम के अधिनियम का हवाला दिया था।
नगर आयुक्त को फोन कर निजी तौर पर स्पष्ट किया था कि मां अन्नपूर्णा मंदिर पर गृहकर लगाना अनुचित है। उन्होंने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर पर भी गृहकर से मुक्त कराने के प्रकरण को भी साझा किया था। इसके बाद अधिनियम का अध्ययन कर नगर आयुक्त ने मां अन्नपूर्णा मंदिर को गृहकर मुक्त कर दिया गया। इसकी सूचना जोनल अधिकारी दशाश्वमेध ने शतरुद्र प्रकाश को दी है। शतरुद्र प्रकाश ने बताया कि वाराणासी के समस्त पौराणिक मंदिरों से गृहकर हटाया जाए। नगर आयुक्त गौरांग राठी द्वारा व्हाट्सएप पर मुझे सूचित किया कि श्री अन्नपूर्णा मंदिर को गृहकर से मुक्त कर दिया गया है। वह वाराणसी से स्थानांतरित होने पहले एक नेक कार्य कर गए। करीब 10 वर्ष पूर्व अगस्त 2011 में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर पर लगे गृहकर को हटाया गया था जिसके लिए मैंने मांग रखी थी। एक बारगी फिर हमें यह सौभाग्य मिला। 10 वर्षों बाद आदिदेव श्रीविश्वनाथ मदिर की भांति अब उनकी पत्नी श्री अन्नपूर्णा (पार्वती) का मंदिर भी वाराणसी नगर निगम का करदाता नहीं रह गया।